करीब बीस किमी तक घुमाने के बाद महिला नर्स गुड़ा बिश्नोइयान में डॉ. एवन प्रजापत के घर पहुंची, जहां गर्भवती महिला काे डॉ. एवन से मिलाया गया। डाॅक्टर ने पॉर्टेबल सोनोग्राफी मशीन से महिला के भ्रूण का परीक्षण कर लड़की होने की जानकारी दी। तभी इशारा मिलते ही पीसीपीएनडीटी टीम ने पुलिस निरीक्षक रमेश तिवारी, मनोहरलाल मीना, हेड कांस्टेबल चन्द्रभान, कांस्टेबल कैलाश, नरेन्द्र व जिला समन्वय सरला दाधीच ने वहां दबिश देकर डॉक्टर एवन प्रजापत व महिला नर्स को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर डॉक्टर से पॉर्टेबल सोनोग्राफी मशीन व 28 हजार रुपए और महिला नर्स शांतादेवी से 25 हजार रुपए बरामद किए गए। भ्रूण परीक्षण करने के आरोप में गुड़ा बिश्नोइयान में मेघवालाें का मोहल्ला निवासी डॉ. एवन प्रजापत (48) पुत्र पुखराज और मूलत: भीलवाड़ा जिले में शम्भूगढ़ थानान्तर्गत ढण्ढ का खेड़ा हाल गणेशपुरा में ईस्ट पटेल नगर निवासी महिला नर्स शांता देवी उर्फ शानू (30) पत्नी विनोद पुत्री घासीलाल जाट को गिरफ्तार किया गया।
दोनों आरोपियों को कार्रवाई के लिए कुड़ी भगतासनी थाने ले जाया गया, जहां पूछताछ में आरोपी डॉ. एवन प्रजापत ने पॉर्टेबल मशीन से दस-बारह भ्रूण परीक्षण करना स्वीकार किया। उससे और पूछताछ की जा रही है। महिला नर्स ने दो-तीन दिन पहले एक महिला के भ्रूण ***** की जांच कराने के लिए डॉक्टर से बात की थी। डॉक्टर ने तीस हजार रुपए मांगे थे। महिला नर्स व डॉक्टर तीन-चार साल से सम्पर्क में हैं।
आरोपी डा. एवन ने वर्ष 1990 में उत्तर प्रदेश के गालियाबाद से बीए व एमएस की डिग्री ले रखी है। वह शिकारगढ़ में एक निजी अस्पताल में ओटी सहायक के रूप में काम करता है। वह पत्नी डॉ. कुसम के नाम से गुड़ा बिश्नोइयान में लक्ष्मी अस्पताल संचालित करता था, लेकिन वर्ष 2017 में पत्नी का निधन होने के बाद अस्पताल बंद हो गया था। उधर, शांतादेवी ने रातानाडा में पांच बत्ती चौराहे के पास निजी कॉलेज से वर्ष 2013 में जीएनएम की डिग्री ले रखी है।