कृषि मंडी सचिव आरती ने बुधवार को राज्य कृषि विपणन निदेशालय की कृषक उपहार योजना की जानकारी देते बताया कि इसमें राज्य स्तर के पुरस्कार विजेता किसान को ढाई लाख का इनाम दिया जाएगा। सरकार ने आम के आम गुठलियों के दाम नाम से एक जनवरी से कृषक उपहार योजना शुरू की है।
इसमें किसानों को मंडी समितियों में संचालित ई-नाम परियोजना के तहत मंडियों में अपनी कृषि उपज बेचने और ई-भुगतान प्राप्त करने पर निशुल्क ई-उपहार कूपन मंडी समिति के माध्यम से जारी किए जाएंगे।उन्होंने बताया कि सरकार की इस योजना से किसानों का मंडियों से जुड़ाव होने के साथ मंडी आय में बढ़ोतरी हो सकेगी।
ऐसे ले सकते हैं लाभ मंडी सचिव आरती के अनुसार योजना अवधि 1 जनवरी से 31 दिसम्बर 2022 तक है। योजना का लाभ लेने के लिए किसान मंडियों में ई-नाम पोर्टल पर कृषि उपज बेचने पर मिलने वाली विक्रय पर्ची-ई-भुगतान पर ई-कूपन प्राप्त करेंगे।विक्रय पर्ची का मूल्य 10 हजार रुपए या इसके गुणक की ई-विक्रय पर्ची तथा ई-भुगतान पर कृषकों को निशुल्क ई-उपहार कूपन नंबर निर्धारित ई-नाम सॉफ्टवेयर से मंडी समिति के माध्यम से जारी किए जाएंगे।
किसान अपनी फसल कृषि उपज मंडी समिति में बेचने के लिए लाकर ई-नाम पोर्टल के माध्यम से विक्रय करने तथा ई-पेमेंट के माध्यम से भुगतान प्राप्त कर उपज पर अधिकाधिक लाभ उठा सकते हैं तथा सरकार की किसानों के हित में कृषक उपहार योजना 2020-21 को अपनाकर अपने सपनों को साकार बना सकते हैं।
त्रिस्तरीय पुरस्कार घोषित मंडी स्तर के पुरस्कार में प्रत्येक छह माह में गेट पास की विक्रय पर्चियों पर प्रथम पुरस्कार 25 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 15 हजार व तृतीय पुरस्कार 10 हजार रुपए दिए जाएंगे।जिला स्तर के पुरस्कार में प्रत्येक छह माह में प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय पुरस्कार 30 हजार व तृतीय पुरस्कार 20 हजार में रुपए दिए जाएंगे।
राज्य स्तर पुरस्कार में प्रथम पुरस्कार ढाई लाख रुपए, द्वितीय पुरस्कार पर डेढ़ लाख रुपए, तृतीय पुरस्कार पर एक लाख रुपए दिए जाएंगे। इनका कहना है कृषक उपहार योजना से जुडऩे के लिए किसानों को मंडी में फसल बेचना जरूरी है,इसके लिए जनप्रतिनिधियों को इसके प्रचार में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए।
दुदाराम, प्रशासक, कृषि उपज मंडी समिति, पीपाड़सिटी