बस संचालक मंगलवार को अंतिम नोटिस देकर बसों को बंद कर देगा। अब इस पर आगे का निर्णय नगर निगम को लेना है। अगर बीआटीएस बसें बंद हो जाती हैं, तो यात्रियों को निजी सिटी बसों की मनमानी झेलनी पड़ेगी।
निगम ने नहीं किया भुगतान
बीआरटीएस बसों के संचालक प्रवीण पंवार ने बताया कि इन दिनों शहर में केवल 20 बसें ही चल रही थीं। 3 जुलाई को राज्य सरकार ने बसों के संचालन से संबंधित बकाया पैसा आवंटित कर दिया था। उसके बाद भी निगम ने भुगतान नहीं किया। दो माह में शुरू करनी थी शेष बची हुई 19 बसें
बीआरटीएस बसों को संचालित करने वाले
जोधपुर बस सर्विस लिमिटेड बोर्ड की बैठक 14 अगस्त हुई थी। बैठक में बीआरटीएस की सभी बसों का संचालन दो माह में करने के आदेश दिए गए।
अक्टूबर से शेष बची हुई 19 बसों को शुरू करना था, लेकिन अभी तक इन बसों को भी शुरू नहीं किया गया है। इसके चलते बसें खड़ी-खड़ी कंडम हो रही हैं। लेकिन निगम प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
अभी दो रूट पर बसें
शहर में एम्स से आरटीओ ऑफिस तक 10 और चौपासनी से बनाड़ तक 10 बसें चलाई जा रही थीं। बता दें कि कुछ साल पहले जोधपुर बस सर्विस लिमिटेड की ओर से शहर में 39 बसों का संचालन शुरू किया था, लेकिन बीते एक साल से केवल 20 बसें ही दो रूट पर चल रही हैं।