इधर, करीब दो करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बकाया होने के चलते बस संचालक प्रवीण पवार ने अफसरों को ईमेल से पत्र भेजकर 15 दिन का नोटिस दिया है। इसके बाद बसों को बंद करने की बात कही है। राजस्थान परिवहन आधारभूत विकास निधि की 20 जून को होने वाली बैठक के लिए निगम उत्तर केवल 6 दिसंबर तक बसों के संचालन पर खर्च राशि का प्रपोजल बनाएगा। भविष्य में
बीआरटीएस बसों के संचालन के लिए कोई प्रपोजल नहीं बनाया जा रहा है।
100 ई बसें चलेंगी
कुछ माह में प्रधानमंत्री ई-बस की सेवा शुरू हो जाएगी। उसके तहत शहर में 100 बसों का संचालन किया जाएगा। इस कार्य के लिए पूरा रोडमैप और डीपीआर सरकार के पास भेजी जा चुकी है। इसके लिए कार्य भी शुरू किया जा चुका है। आयुक्त का कहना है कि वैसे भी बीआरटीएस बसें वर्ष 2011 से चल रही हैं, तो सरकारी नियम के हिसाब से अब ये बसें सड़कों पर दौड़ने के लायक नहीं बची हैं। बीआरटीएस बसों के संचालन के लिए कोई नया प्रपोजल नहीं भेजा जाएगा। पूर्व की देनदारियों की ही रिपोर्ट भेजी जाएगी। वैसे भी शहर में जल्द ही ई-बसों का संचालन शुरू होगा। इसलिए अब इन बसों की कोई जरूरत नहीं।
- अतुल प्रकाश, आयुक्त, नगर निगम उत्तर