संस्थान के अध्यक्ष डॉ. रामसिंह चण्डालिया ने बताया कि समाज के पुरुष-महिलाएं, जो इंटरनेट का उपयोग करते है, उनसे इंटरनेट व सोशल मीडिया पर समाज के नौनिहालों व युवाओं के शिक्षा व कॅरियर हित में करने की अपील की गई। बिजोलई धाम के संत सोमेश्वर गिरि ने कहा कि बच्चे की शिक्षा मां के गर्भ से शुरू होनी चाहिए और उसे शौर्यवान राष्ट्र भक्त बनाना चाहिए। मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा ने वीर जयमल की जीवनी के बारे में बताया। इस अवसर पर डॉ. भूपेन्द्र सोढ़ा ने संस्कृत पर शोध करने पर 31 हजार रुपए देने की घोषणा की। हेमंत सांखला ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर व्याख्यान दिया।
प्रतिभाओं का सम्मान
संस्थान के सचिव शम्भूसिंह मेड़तिया ने बताया कि समारोह में विभिन्न क्षेत्र उल्लेखनीय कार्य करने वाली समाज की चालीस प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। मेड़ता में राव दूदा की प्रतिमा में आर्थिक सहयोग करने वाले भामाशाहों को भी सम्मानित किया गया। जिसमें डॉ.गोविंदसिंह चुई, शंकर सिंह भादवा व भगवान सिंह लीलिया को तलवार भेंट कर सम्मानित किया। भजन संध्या बसंत धाम के गादीपति जब्बर सिंह राजपुरोहित ने जयमल कल्ला के वीरता पर भजन गायन कर सबको मंत्र मुग्ध किया। इस अवसर पर राव दूदा, राव वीरमदेव, राव जयमल, मीरा व फूल कंवर के चरित्र सम्बंधित व्याख्यान, इतिहास वाचन, दोहा वाचन, भजन, चरित्र वर्णन, कविता व प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।