स्थानीय पुलिस की मदद से पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर के एडीसीपी निशांत भारद्वाज, बासनी थानाधिकारी मोहम्मद शफीक खान व बोरानाडा थानाधिकारी शकील अहमद के नेतृत्व में डेढ़ दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों ने तलाश शुरू की। उसने एक मोबाइल मोपेड की डिक्की में छोड़ दिया था। उसके पास दो और मोबाइल भी थे। मुम्बई में तीन दिन तक छुपे रहने के बाद उसने कुछ पल के लिए मोबाइल ऑन किया था। इससे पुलिस को उसके मुम्बई सेन्ट्रल के एक क्षेत्र में होने के सुराग मिल गए। पुलिस ने एक क्षेत्र की घेराबंदी की। कई घंटों की तलाश के बाद गुरुवार देर शाम गुलामुद्दीन को पकड़ लिया गया। स्थानीय पुलिस स्टेशन में ले जाकर उससे पूछताछ की गई। पुलिस उसको लेकर जोधपुर के लिए रवाना हो गई। उससे पूछताछ के बाद ही हत्या का कारण और किसी अन्य के शामिल होने के बारे में खुलासा हो पाएगा।
जांच में सहयोग के लिए पुलिस के सात नोटिस जारी
एडीसीपी सुनील के पंवार की अगुवाई में एसआइ रीना बीएनएसएस की धारा 179 के तहत सफीना नोटिस देने के लिए वीर तेजा मंदिर पहुंची। मृतका अनिता चौधरी के पति मनमोहन व पुत्र राहुल नोटिस लेने नहीं आए। पुलिस ने मंदिर में नोटिस चस्पा कर दिया। इसको लेकर हल्का विरोध भी हुआ। पुलिस ने सरदारपुरा प्रथम बी रोड स्थित मकान के बाहर भी नोटिस चस्पा किया। पुलिस छह नोटिस पहले जारी कर चुकी थी और यह सातवां नोटिस है। नोटिस से पुलिस ने परिजन से आग्रह किया कि वे प्रकरण में प्राथमिक बयान दर्ज कराएं, घटनास्थल का निरीक्षण करवाएं। जांच से जुड़े साक्ष्य भी दें। जल्द पोस्टमार्टम करवाने का आग्रह भी किया गया।
जान का खतरा बताने वाली सहेली से पूछताछ
शव मिलने से पहले मनमोहन से मोबाइल पर बात करने संबंधी ऑडियो में व्यवसायी से जान का खतरा बताने वाली मृतका की सहेली सुमन उर्फ सुनीता सैन से भी पूछताछ की गई। पुलिस ने मोहम्मद यासीन अली, जैफू खान, मोहम्मद शरीफ उर्फ मुन्ना, कलीमुद्दीन उर्फ कलीम, मोहम्मद हमीमुद्दीन, मकबूल अहमद, मोइनुद्दीन, मोहम्मद मोअज्जरम फारूखी, युनूस और सुमन उर्फ सुनीता को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया। इनमें से छह जनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
सर्व समाज का आज सांकेतिक धरना
सर्व समाज संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार सुबह दस बजे नई सड़क पर राजीव गांधी प्रतिमा के पास सांकेतिक धरना दिया जाएगा। समिति के संयोजक हनुमानसिंह खांगटा ने बताया कि साजिश के तहत अनिता की हत्या कर शव के टुकड़े किए गए थे। सीबीआइ से जांच, आरोपियों की गिरफ्तारी, मृतका के एक आश्रित को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग को लेकर साधु संतों की मौजूदगी में सांकेतिक धरना देकर विरोध प्रकट किया जाएगा।
कुछ लोग न्याय नहीं दिलाना चाहते हैं : विधायक सियोल
ओसियां विधायक भैराराम सियोल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वार्ता में सरकार से लगभग सभी मांगों पर सहमति बन गई थी, लेकिन कुछ लोगों की वजह से वार्ता टूट गई। यह लोग पीडि़त परिवार को न्याय नहीं दिलाना चाहते हैं। पोस्टमार्टम में देरी से आरोपियों को फायदा मिलेगा। जांच कमजोर होगी। इसलिए जल्द से जल्द पोस्टमार्टम करवाया जाना चाहिए। यह मृत शरीर के साथ अन्याय भी है। वारदात में शामिल कोई भी आरोपी नहीं बचेगा।