कइयों ने पुलिसकर्मियों के पैर भी पकड़े लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। हालांकि बोर्ड ने प्रवेश पत्र के साथ दिए निर्देशों में स्पष्ट कर दिया था कि परीक्षा केंद्र एक घण्टे पहले बंद होगा। अधिकांश अभ्यर्थियों व विशेषज्ञों का कहना है कि एक घण्टे पहले परीक्षा केंद्र के दरवाजे बंद करना व्यावहारिक रूप से सही नहीं है। संभवत: रीट पहली परीक्षा है जिसमें परीक्षा शुरू होने से एक घण्टे पहले परीक्षार्थियों का प्रवेश बंद किया गया।
प्रथम पारी में 84 व द्वितीय पारी में 90 फीसदी उपस्थिति रीट परीक्षा-2022 की पहली पारी में 61 परीक्षा केंद्रों पर कुल 20 हजार 759 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे, जिसमें से 17 हजार 497 परीक्षा देने पहुंचे। कुल मिलाकर 84.29 प्रतिशत उपस्थिति रही। दूसरी पारी में 55 परीक्षा केंद्र थे। इसमें रजिस्टर्ड 18 हजार 388 में से 16 हजार 540 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे। इस दौरान करीब 90 फीसदी उपस्थिति रही।
परीक्षार्थी निर्देश नहीं पढ़ते, परेशानी पुलिस को प्रवेश पत्र के साथ निर्देशों में स्पष्ट लिखा है कि लंबी आस्तीन का कुर्ता व शर्ट, बड़े बटन युक्त पौशाक नहीं चलेगी। नाक, कान, हाथ व पैरों में गहने पहनना मना है, बावजूद इसके कई अभ्यर्थी नियमों का उल्लंघन करके परीक्षा केंद्र पहुंचे, जिसके चलते पुलिसकर्मियों को कैंची से अतिरिक्त आस्तीन व बड़े बटन काटने पड़े। महिला पुलिसकर्मियों ने गहने निकलवाने में भी मदद की।
औसत रहा पर्चा रीट की दोनों पारियों में पर्चा औसत रहा। विशेषज्ञ भैरुसिंह राठौड़ ने बताया कि मनोविज्ञान से औसत प्रश्न पूछे गए। हिंदी, संस्कृत, गणित व विज्ञान से भी मध्यम स्तर के ही प्रश्न थे। सामान्य ज्ञान थोड़ा सा स्तर का रहा। विशेषकर दूसरी पारी में अधिक अच्छे प्रश्न आए। सामान्य ज्ञान के प्रश्नों को देखकर कई अभ्यर्थियों को लगा कि क्वालिफाइंग करना कठिन रहेगा। गौरतलब है कि रीट क्वालिफाइंग परीक्षा है। इसके बाद थर्ड ग्रेड टीचर की भर्ती के लिए अलग से परीक्षा होगी।