शाम को गाने सुनता रहा था, रात को आत्महत्या से स्तब्ध एम्स कॉलेज के डीन (विद्यार्थी कल्याण) डॉ. सुरजीत घटक ने बताया कि पाबूलाल पढ़ाई में बहुत होशियार था। उसकी सांस्कृतिक गतिविधियों में भी रुचि थी। वह कॉलेज के कार्यक्रमों में मंच पर गीत और कला की प्रस्तुत देता था। अध्यापकों ने बताया कि पाबूलाल के प्रथम और सैकण्ड सेमेस्टर में अच्छे नम्बर आए थे। वह डेढ़ महीने में कई बार गांव गया था। सहपाठियों ने बताया कि वह शनिवार सुबह कक्षा में भी आया था। उसके चेहरे पर किसी तरह का कोई तनाव नहीं था। उसे शाम को ५.३० बजे टहलते हुए देखा था। वह गाने सुन रहा था। उसके सुसाइड का पता लगते ही हर कोई स्तब्ध है। कॉलेज फैकल्टी का अंदेशा है कि वह किन्हीं घरेलू कारणों से कुछ परेशान जरूर था। बीते ३ दिसंबर को उसके भाई की शादी थी, जो किन्हीं कारणों से आगे खिसक गई थी।
एम्स कॉलेज में एमबीबीएस के वर्ष २०१६ बैच के छात्र पाबूलाल ने गांव की झोंपड़ी में ही पढ़ाई कर के दूसरी बार प्रयास कर के एम्स में प्रवेश लिया था। उसके पिता खेती के साथ ही लकड़ी के फर्नीचर बनाने का कार्य करते हैं।