उत्तर पश्चिम रेलवे पर अभी तक 5248 रूट किलोमीटर ब्रॉडगेज लाइनों का विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया गया है, जो उत्तर पश्चिम रेलवे के ब्रॉडगेज नेटवर्क का लगभग 95 प्रतिशत है। जून माह की बात करें, तो जोन में
बीकानेर मंडल के सरूपसर-अनूपगढ़ (51 किमी ) व
जोधपुर मंडल के आशापुरा गोमट-जैसलमेर (104 किमी) रेल खंड सहित इस वर्ष कुल 155 रूट किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा किया गया है।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि पूरे उत्तर पश्चिम रेलवे पर सभी रेलमार्गों के विद्युतीकरण होने से ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी। इससे यात्रा समय में बचत होगी। साथ ही डीजल की जगह बिजली के प्रयोग से पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा ।
जून में बदला 4 ट्रेनों का संचालन
पूरे जोन में जून माह में 4 ट्रेनों का संचालन डीजल ट्रेक्शन से इलेक्ट्रिक ट्रेक्शन पर बदला गया है। जोन में विद्युतीकरण होने के साथ ही वर्तमान में 320 ट्रेनें विद्युत ट्रेक्शन (ट्रैक) पर संचालित की जा रही है। आने वाले समय में जोन का शेष 5 फीसदी विद्युतीकरण कार्य होने के बाद इससे ज्यादा इलेक्ट्रिक ट्रैक पर दौड़ेगी।
जोधपुर को आवंटन 11 विद्युत लोको
जून माह में ही भगत की कोठी, जोधपुर शेड को नए 11 विद्युत लोकोमोटिव के आवंटन से अब तक कुल 125 नवीन तकनीकी युक्त 3 फेज विद्युत लोकोमोटिव का आवंटन किया जा चुका है। वहीं, जोधपुर मंडल में 1625 रूट किमी में से करीब 1560 किमी से ज्यादा रूट पर विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है। मंडल के जैसलमेर सेक्शन में थईयात हमीरा से सानू और डेगाना-फुलेरा रेलखंड पर मकराना से फुलेरा (अप व डाउन लाइन) का शेष कार्य प्रगति पर पर है।