ट्रेन से करने जा रहे हैं सफर तो हो जाएं सावधान, रेलवे ने रद्द कर दी ये गाड़ी, जानें पूरा मामला
161 कम्पनियों के जरिए करीब 118 करोड़ रुपए के फर्जी बिल जनरेट करके इनपुट टैक्स बेनिफिट (आईटीसी) लेने की आशंका है। राज्य कर विभाग ने फर्जी आईटीसी लेने वालों को नोटिस जारी करके 15 दिन में जवाब मांगा है। कुछ तो पैसे जमा कराने पहुंच गए। 38 लाख सरकार के खाते में आए हैं। इन फर्जी कम्पनियों की 12.86 करोड़ की आईटीसी भी ब्लॉक की है।Alert: सोशल मीडिया पर भूलकर भी लाइक और शेयर ना करें ऐसी फोटो, वरना खानी पड़ सकती है जेल की हवा
केवल बिल का धंधा करके टैक्स चोरी दरअसल कई लोग आधार, पैनकार्ड सहित अन्य दस्तावेज के जरिए फर्जी जीएसटी नंबर लेकर आईटीसी का फर्जीवाड़ा करते हैं। माल का आदान-प्रदान करने की बजाय केवल बिल का धंधा करते हैं और आईटीसी लेकर टैक्सचोरी कर सरकार को चपत लगाते हैं। केंद्र और राज्य सरकार के पास मौजूद बिजनेस इंटेलीजेंस पोर्टल के जरिए राजस्थान में प्राथमिक तौर पर 1574 जीएसटी नम्बर संदेहास्पद मिले। अब तक इनमें से 990 की जांच की जा चुकी है। इसमें 161 फर्जी पाए गए। इनमें से 58 जीएसटी नम्बर बर्खास्त और 80 को निलंबित किया गया है।
फर्जी जीएसटी नम्बर के जरिए गलत आईटीसी लेने वाले प्रदेश के बाहर भी हैं। सभी को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। रवि कुमार सुरपुर, चीफ कमिश्नर, राज्य कर जीएसटी जयपुर