ट्रेंड में है लाउड क्विटिंग (Loud Quitting)
यह एक ऐसा तरीक है, जिसके तहत लोग नौकरी छोड़ने के समय अलग ही तरीका अपना रहे हैं। अमूमन लोग शांतिपूर्वक नौकरी बदलते हैं। लेकिन लाउड क्विटिंग (Loud Quitting) में लोग चीख-चिल्लाकर कंपनी से रिजाइन करते हैं। एक तरह से कहें तो डंके की चोट पर नौकरी छोड़ते हैं। यही नहीं इस परंपरा के तहत लोग सोशल मीडिया पर नौकरी छोड़ने का ऐलान करते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, आज के समय में हर पांच में से एक व्यक्ति लाउड क्विटिंग के माध्यम से जॉब छोड़ रहा है। जान लें लाउड क्विटिंग के नुकसान (Side Effects Of Loud Quitting)
ऐसे तो लाउड क्विटिंग (Loud Quitting) का तरीका इन दिनों ट्रेंड में है और कई लोगों द्वारा अपनाया जा रहा है। लेकिन इसके नुकसान भी हो सकते हैं। लाउड क्विटिंग के बहाने कर्मचारी अपना गुस्सा और मनमुटाव जाहिर कर देते हैं। पर कई बार लोग बॉस या कंपनी को कुछ ज्यादा ही ट्रोल कर देते हैं। इससे उनकी छवि तो खराब होती ही है। साथ ही कंपनी और वहां काम कर रहे लोगों की भावना भी आहत होती है।
10 में 7 कर्मचारी नौकरी से खुश नहीं हैं
बता दें कुछ दिनों पहले एचआर वर्ल्ड की एक रिपोर्ट आई थी। इस रिपोर्ट के मुताबिक, हर 10 में से 7 व्यक्ति अपनी वर्तमान सैलरी से खुश नहीं हैं। वहीं भारत के 21 प्रतिशत और कर्मचारी अपनी सैलरी में 20% की बढ़ोतरी चाहते हैं।