क्या है PMRPY Scheme
इस योजना का मकसद देश में युवाओं को रोजगार मुहैया कराना है। इस स्कीम के तहत अभी नौकरी देने वालों कंपिनयों अथवा संस्थाओं द्वारा कर्मचारियों को दिए जाने वाले ईपीएफ में 8.33% (EPS) दिया जा रहा है। लेकिन अब सरकार की ओर से इसे बढ़ाकर 12% EPF+EPS किया जा रहा है जिससें रोजगार देने वाली कंपनियों अथवा संस्थाओं पर ईपीएफ का भार कम होगा और वो बचा हुआ पैसा नए रोजगार सृजित करने में लगाएंगी।
दो तरह से हो रहा फायदा
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना की इस नई स्कीम से दो तरह से फायदे हो रहे हैं। एक तो यह कि नौकरी देने वाली कंपनियों को इंसेंटिव मिलता और दूसरा कि लोगों को नई जॉब पाने में आसानी होती है। इस स्कीम का फायदा नौकरी देने वाली कंपनी को 3 साल तक मिलता इस स्कीम का फायदा वो लोग उठा सकते हैं जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन PMRPY की वेबसाइट पर कराया है। इस योजन के तहत टेक्सटाइल सेक्टर में शुरूआत करने वाले लोगों को स्पेशल इंसेंटिव दिया जाता है।
प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना का रिपोर्ट कार्ड
July 2017 से शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक लगभग 46 lakh लोगों को लाभ मिला है। इस योजना के तहत सरकार का लक्ष्य 1 करोड़ लोगों को रोजगार देना है। इस वजह से सरकार इस स्कीम के लिए बजट को Rs. 2500 crore से बढ़ाकर लगभग Rs 6500 से Rs 10,000 crore तक करने जा रही है। इस योजना के तहत सरकार की ओर से अब तक Rs. 830,92,02,543/- खर्च किए जा चुके हैं जिनमें से टेक्सटाइल सेक्टर को Rs. 23,71,24,235/- खर्च किए गए हैं। हालांकि EPFO के तहत रजिस्टर्ड करने वालों 9,23,176 लोगों में से 58,423 को इसका लाभ मिला है। इनमें से केवल 783 ही टेक्सटाइल क्षेत्र के हैं।