वर्तमान में प्रदेश में च्श्रम एवं रोजगार विभाग है। बताते हैं कि इसे अलग करके रोजगार विभाग अलग से बनेगा। प्रदेशभर के सभी रोजगार कार्यालय इसके अधीन आएंगे। इसी तरह से उद्योग एवं एवं वाणिज्य विभाग की कुछ विंग भी इसके साथ कनेक्ट होंगी, जो सीधे तौर पर युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया करवाने काम करती हैं। भाजपा ने अपने संकल्प-पत्र में हर जिले में वर्ष में कम से कम तीन रोजगार मेले लगाने का वादा किया था।
वहीं जेजेपी की ओर से वादा किया गया था कि च्रोजगार आपके द्वारज् कार्यक्रम चलाकर हर शहर-कस्बे में रोजगार मेले आयोजित होंगे। खट्टर सरकार अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी इस तरह के मेलों का आयोजन करती रही है। हिसार से सांसद रहते हुए दुष्यंत चौटाला भी प्राइवेट कंपनियों के साथ टाइअप करके रोजगार मेले लगवाते रहे हैं। अब दोनों पार्टियां मिलकर इसकी विस्तृत कार्य योजना तैयार करेंगी।