उधर, सीकर से विजयभान सांखला के नेतृत्व में पहुंची चार सदस्यीय एफएसएल टीम और एमओबी टीम ने साक्ष्य जुटाए। फायरिंग के आरोपियों ने दुकान के काउंटर पर बैठे गगन राव को रंगदारी की पर्ची थमाकर एक करोड़ की डिमांड की गई थी। पर्ची पर क्षत्रिय गैंग का लिखा हुआ था। जिसमें गिरोह के सदस्य दीपू चौधरी, प्रदीप पहलवान और प्रिंस डीडवाना नाम भी लिखा हुआ था।
इंस्टाग्राम पर बना रखा पेज
पुलिस को इंस्टाग्राम पर क्षत्रिय गैंग के नाम से एक पेज मिला है। इस पर कुछ युवकों ने हथियारों के साथ रील भी डाल रखी है। एक अन्य ग्रुप क्षत्रिय गैंग 302 के नाम से भी है। इस पेज में प्रदीप पहलवान के नाम से भी रील शेयर कर रखी है। हालांकि पुलिस इस पेज की सत्यता को लेकर जांच में जुटी है। पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज वारदात के बाद मंगलवार को पुलिस की अलग-अलग टीमों ने जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। जिसमें पुलिस को आरोपियों से जुड़े अहम सुराग हाथ लगे। डीएसपी विकास धींधवाल भी मामले पर नजर रखे हुए थे। पुलिस टीमों ने स्टेशन रोड, चौधरी कॉलोनी, सूरजगढ़ मोड़, सूरजगढ़ रोड समेत अन्य जगहों पर लगे कैमरों के फुटेज खंगाले।