झुंझुनूं. धारूहेड़ा से फतेहपुर तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य फिर गति पकडऩे वाला है। झुंझुनूं शहर में बनने वाले बाईपास की लम्बाई करीब तेरह किलोमीटर होगी। खास बात यह है कि इस बाईपास का काफी हिस्सा एलिवेटेड भी रहेगा। ओवरब्रिज भी बनेंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अनुसार यह बाईपास करीब अठारह माह में पूरा हो जाएगा। यह राजमार्ग जिले के विकास को रफ्तार देगा। इसकी गारंटी पांच साल की होगी। जल्द ही बाईपास के टेंडर होने वाले हैं। अधिकतर जगह इसकी कुल चौड़ाई 150 फीट होगी। सड़क के बीच से इसकी चौड़ाई करीब 75 फीट की होगी। इसके अलावा मंडावा व फतेहपुर में भी बाइपास बनेंगे। बाईपास व राष्ट्रीय राजमार्ग का कार्य पूरा होने के बाद दिल्ली जाने में समय कम लगेगा। मार्ग चौड़ा होने से वाहनों की रफ्तार भी बढ़ेगी। हरियाणा से राजस्थान की सीमा पर पचेरी तक का कार्य पूरा हो चुका है। इसके अलावा फतेहपुर से झुंझुनूं के बीच भी कई जगह पुल व मार्ग का कार्य तेजी से चल रहा है।
यह बाईपास मंडावा मार्ग पर नई जोत बालाजी मंदिर से शुरू होगा। जहां सीरियासर मोड़, पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे से, महावीर नगर, अणगासर रोड, अफसाना जोहड़ के पास, दीनदयाल नगर के निकट, नयासर मार्ग, चूरू मार्ग, चौबारी मंडी के निकट, मोडा पहाड़ से पहले, पंचमुखी बालाजी मंदिर के निकट, मंड्रेला बाइपास होते हुए बगड़ मार्ग पर एसटीपी से 200 मीटर पहले समाप्त होगा। जहां यह बाइपास खत्म होगा उसकी अग्रसेन सर्किल से दूरी करीब 600 मीटर होगी।
चूरू मार्ग, मलसीसर मार्ग, मंड्रेला मार्ग पर फ्लाईओवर बनेगा। यहां काफी हिस्से में एलिवेटेड रोड भी बनेगा। इसके अलावा गांवों में जाने वाले मार्ग पर अंडरपास भी बनाए जाएंगे।
नरेन्द्र कुमार, सांसद झुंझुनूं