जानकारी के मुताबिक वार्ड नंबर 14 राजपूत कॉलोनी निवासी हिमांशु सोमवार को मार्केट से गंधक और पोटास लाया। दोनों को मिलाकर पटाखे चलाने के लिए मसाला तैयार किया और एक कांच की बोतल में डालकर अपनी जेब में रखकर दमखल (पटाखे बजाने के लिए लोहे का औजार) से पटाखे चला रहा था। इसी दरमियान दमखल की चोट जेब में रखी कांच की बोतल पर जोर से लगी और तेज धमाके के साथ हिमांशु का पैर जख्मी हो गया। हिमांशु के चाचा उसे सूरजगढ़ सीएचसी लेकर गए। जहां से उसे झुंझुनूं और बाद में जयपुर रेफर किया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
21 दिन बाद बहन की शादी, तीन बहनों का इकलौता भाई
हिमांशु तीन बहनों के बीच इकलौता भाई और सबसे छोटा है। पिता मुकेश कुमार मजदूरी करते है। 21 दिन बाद उसकी सबसे बड़ी बहन अनुराधा की शादी है। जिसकी तैयारियों के लिए पूरा परिवार लगा हुआ है।
ज्यूस के लिए ले गया था पैसे, खरीद लाया गंधक-पोटास
हिमांशु की मां रेखा ने बताया कि हिमांशु ने उससे 100 रुपए लिए थे। उसने कहा था कि वह ज्यूस पीकर आएगा। पीछे से हिमांशु 50 रुपए का पोटास और 50 रुपए का गंधक लेकर घर आया। घर लाकर उसने पोटास और गंधक को मिक्सी में पीसा तो उसकी बहन आचुकी ने टोका और डांटा भी लेकिन हिमांशु नहीं माना।