श्रीराम वन गमन की कथा सुनाई संत प्रेम भूषण महाराज ने यहां श्रीराम वन गमन की कथा सुनाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रभु की लीला वही जानें। इसका अहसास उन्होंने उस वक्त करा दिया था जब सभी अयोध्यावासी चाहते थे कि भगवान राम अयोध्या के राजा बनें किंतु प्रभु को तो कुछ और ही रास आ रहा था। उन्होंने ऐसी लीला रची कि सभी स्तब्ध रह गए। प्रभु जी ने लीला रचकर मां कैकेई से अपने वरदान में स्वयं के लिए वन मंगवा लिया। ठीक ऐसी ही स्थिति आज राम मंदिर के निर्माण को लेकर है। सभी चाहते हैं कि अतिशीघ्र मंदिर का निर्माण हो लेकिन होगा वही जो श्रीराम चाहेंगे। उन्होंने वर्ष 2019 तक मंदिर बन जाने की प्रबल संभावना भी जताई। उन्होंने कहा कि परमात्मा की बनाई सभी चीजें सत्य हैं और मानव द्वारा रचित सभी असत्य। उन्होंने कहा कि भगवान राम के वन जाने पर अयोध्या में सन्नाटा पसरा हुआ था। किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस स्थिति का सामना करना पड़ेगा। भगवान ने अपने को भगवान नहीं माना। आज इसके विपरीत हो रहा है। जो नहीं होता वह दिखाया जाता है। जो होता है उसे दिखाया नहीं जाता।