मौसम ने ली करवट: किसानों की चिंता बढ़ी
वहीं झालावाड़ जिले सहित प्रदेशभर में बार- बार बदल रहे मौसम से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। गुरुवार को दिनभर से आसमान में बादलों का ढेरा रहा। काले घने बादलों की आवाजाही व कुछ क्षेत्रों में बरसात होने को लेकर किसान चिंतित है। किसान पकी फसलों की कटाई व थ्रेसिंग में लगे हुए है। इन दिनों सोयाबीन, मक्का, मूंग,उड़द की कटी फसलें खेतों में पड़ी है। ऐसे में अगर बरसात होती तो किसानों की गाढ़ी कमाई मिट्टी में मिलना तय है। इसी आशंका से घिरे किसान पिछले कुछ दिनों से परेशान हैं। बदले मौसम ने किसानों की नींद उड़ा रखी है। गुरुवार को सुबह से किसान खेतों में कटी फसलों को एकत्रित कर तिरपाल से ढंकते हुए नजर आए। तो कुछ किसान मजदूरों को ले जाकर जल्दी से थ्रेसिंग करवाते हुए नजर आए।
रावतभाटा में बादल छाए, बूंदाबांदी हुई
रावतभाटा शहर समेत आसपास क्षेत्र में गुरुवार को मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और शाम को हल्की बूंदाबांदी हुई। तेज उमस से लोगों को राहत मिली। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। चंबल नदी के बड़े बांध गांधीसागर में पानी की आवक 3 हजार 943 क्यूसेक हो रही है। गांधीसागर में जलस्तर 1311.60 फीट दर्ज किया गया। यहां अब तक कुल बारिश 930.20 मिमी दर्ज़ की जा चुकी है। राणा प्रताप सागर बांध का जलस्तर 1157.48 फीट दर्ज किया गया। यहां पानी की आवक 1074 क्यूसेक हो रही है। बिजली उत्पादन किया जाकर 1074 क्यूसेक की निकासी जारी है। जवाहर सागर बांध में 1 हजार 493 क्यूसेक पानी की आवक के बाद बिजली उत्पादन किया जाकर 1 हजार 492 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। कोटा बैराज से दायीं नहर में 15 क्यूसेक तथा गेट खोलकर 1277 क्यूसेक पानी की निकासी जारी है।