कोलाना एयरपोर्ट की हवाई पट्टी देश की सबसे बड़ी हवाई पट्टी। इसका रनवे 3120 मीटर है। वहीं चौड़ाइ्र 60 मीटर है, लेकिन तकनीकी रूप से 45 मीटर चौड़ा ही काम में आता है।सूत्रों ने बताया कि देश की सबसे बड़ी हवाई पट्ट होने से इसे केन्द्र सरकार की उड़ान योजना में शामिल करने के लिए तेजगति से कार्य चल रहा है। एयरपोर्ट पर मार्किंग आदि का काम 30 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
क्या है उड़ान योजना
छोटे शहरों और आम लोगों को हवाई सफर से जोडऩे के लिए 21 अक्टूबर 2016 में उड़ान योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत देश के 600 से अधिक एयर रूट जुड़ चुकेहै। जिसमें 2 करोड़ से अधिक यात्री सफर कर चुके हैं।उड़ान योजना के तहत पहला टेक ऑफ 27 अप्रैल 2017 को शिमला से दिल्ली के लिए हुआ था। राजस्थान में आधा दर्जन हवाई पट्टियों को इस योजना में शामिल करना है, ऐसे में झालावाड़ हवाई पट्टी भी उनमें शामिल है। ऐसे में अगर सब कुछ सही रहा और कोलाना एयरपोर्ट उड़ान योजना में शामिल होता है तो छोटे शहरों के आम लोगों को भी हवाई सफर की सौगात मिल सकेगी। यहां पूर्व में घर्षण टेस्ट व नवंबर माह में बाधा सर्वे पूर्ण कर लिया गया है। जिसमें 80 सीटर विमान उतरने के लिए एयरपोर्ट को फीट पाया गया है। अब बड़े विमानों की तैयारी की जा रही है।
पुरानी डिजाइन पर ही हो रहा काम
कोलाना एयरपोर्ट में 2017-18 की पुरानी डिजाइन पर ही काम हो रहा है। बीच में बजट के अभाव लंबे समय तक काम नहीं हो पाया था। लेकिन अब फिर से एयरपोर्ट का काम रफ्तार पकड़ रहा है। एयरपोर्ट के लिए 169 करोड़ रूपए का बजट उस समय स्वीकृत किया गया था। उसी पर जैसे-जैसे बजट आ रहा है, काम चल रहा है।अभी हाल में यहां दो बड़े टेंडर लगाकर काम करवाया जा रहा है। वहीं वर्ष 2024-25 के लिए विस्तार एवं विकास कार्य के लिए कुल 88.85 करोड का बजट मांगा है।
ये दो बड़े काम होंगे पूरे
कोलाना एयरपोर्ट पर टेक्सी व व ड्रेनेज सिस्टम के लिए करीब 16 करोड़ रुपए के टेंडर निकाले गए है। इसमें टेक्सी वे व ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाएगा। कोलाना एयरपोर्ट पर 1250 मीटर यानी सवा किलोमीटर का टेक्सी वे का निर्माण किया जा रहा है। ये 23 मीटर चौड़ा होगा। ये रनवे के पास-पास ही बनाना होता है, ताकि 200 से 300 क्षमता के बड़े प्लेन या एयरबस उतारने में कोई दिक्कत नहीं होगी। वहीं यहां करीब 7 करोड़ की लागत से ड्रेनेज सिस्टम भी जल्द बनेगा।
जल्द तैयार होगा एप्रेन
कोलाना एयरपोर्ट पर बड़े विमानों को खड़े करने के लिए जल्द ही एप्रेन बनाया जाएगा। इसके लिए 250 गुणा 50 मीटर का प्लेटफार्म बनाया जाएगा। जहां 5 बड़े विमान एक साथ उतर सकेंगे। इसका कार्यशुरू हो चुका है। ये मार्च 2025 तक पूर्ण हो जाएगा। ऐसे में बड़े विमान जिनकी क्षमता 300 यात्रियों से अधिक की होगी वो भी यहां आसानी से उतर सकेंगे।
प्रदर्शनी में बताई प्रगति
जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ ने राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर लगाई गई प्रदर्शनी में प्रभारी सचिव को नक्शे में कोलाना एयरपोर्ट के बारे में पूरा बताया। कलक्टर ने कहा कि ये जिलेवासियों के लिए बड़ी उपलब्धी है। जो बाधाएं थी उन्हे दूर कर लिया गया है। यहां 20 करोड़ की लागत से रनवे की टॉप लेयर पूर्ण कर लि गई है। अब मार्किंग की जा रही है। यहां दिसंबर के अंत व जनवरी के प्रथम सप्ताह में विमान उतर सकेंगे। ये जिले के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है।
कोलाना एयरपोर्ट: फैक्ट फाइल
एयरपोर्ट के लिए कुल स्वीकृत राशि- 169 करोड़ अभी तक खर्च हो चुकी राशि- 143 करोड़ करीब 2 करोड़ की देनदारियां है करीब 24 करोड़ का बजट पुरानी स्वीकृति का है जिसके कार्य प्रगति पर है। 125 डिजी सेट तैयार है। एयरपोर्ट के अन्य विकास एवं विस्तार कार्य के लिए वर्ष 2024-25 के लिए 88.51 करोड़ का बजट मांगा गया है। एयरपोर्ट के लिए वर्ष 2025-26में हवाई पट्टी के भवन का विस्तार, अतिरिक्त भूमि एवं दिन व रात के लिए इलेक्ट्रिक सुविधा सहित अन्य कार्य के लिए करीब 95.4 करोड़ के बजट की मांग की गई है।
अभी मार्किंग का काम चल रहा है। टेक्सी वे व ड्रेनेज का काम मार्च 2025 तक पूर्ण हो जाएगा। अन्य कई कार्य होने जिनके लिए भी बजट मांगा गया है। कोलाना एयरपोर्ट पर अभी तक 143 करोड़ के काम हो चुके हैं। बाधा सर्वे पूर्ण हो चुका है, ओर भी कई काम होने है, ये काम होने के बाद यहां बड़े विमान भी आसानी से उतर सकेंगे। कोलाना एयरपोर्ट को उड़ान योजना में शामिल करने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है।
हुकमचन्द मीणा, अधिशासी अभियंता, सानिवि कोलाना एयरपोर्ट खंड, झालावाड़