अभी इसके लिए प्रदेश भर में बनाए 48 नोडल केन्द्रों से जानकारी मांगी गई है। नोडल कॉलेज के निर्देशन में सोलर प्लांट लगाने का सारा काम होगा। झालावाड़ जिले के लिए पीजी कॉलेज को नोडल केंद्र बनाया है। सोलर प्लांट लगवाने के लिए विद्यार्थी फंड से बजट काम में लिया जाएगा।
सभी कॉलेजों में लगेंगे कॉलेज आयुक्तालय ने नोडल कॉलेज के संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। झालावाड़ जिले में नोडल पीजी कॉलेज को बनाया गया है। जिले में कुल 10 सरकारी कॉलेज हैं। इनमें से 7 का संचालन खुद के भवन में हो रहा हैं।
राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम लिमिटेड को इस प्रोजेक्ट के लिए अधिकृत किया गया है। प्रत्येक जिले में इस कार्य की मॉनिटरिंग नोडल कॉलेज प्राचार्य करेंगे। जिले में 7 कॉलेज स्वयं के भवन में
जिले के सबसे बड़े महाविद्यालय पीजी कॉलेज में रूफ टॉप सोलर सिस्टम लगा हुआ है। ऐसे में कॉलेज का विद्युत बिल सोलर सिस्टम से कम होकर आता है। ऐसा ही प्रयोग अन्य महाविद्यालय में किया जाएगा। जिले में 7 कॉलेज स्वयं के भवन में संचालित हो रहे हैं। तीन कॉलेज अभी स्कूल भवानों में संचालित किए जा रहे हैं।
जिले में इन कॉलेज में लगेंगे रूफटॉप सोलर राजकीय कन्या महाविद्यालय, झालावाड़ राजकीय बिरला महाविद्यालय, भवानीमंड़ी राजकीय महाविद्यालय, चौमहला राजकीय महाविद्यालय,पिड़ावा राजकीय महाविद्यालय, असनावर राजकीय महाविद्यालय, मनोहरथाना राजकीय महाविद्यालय, खानपुर
राजकीय विधि महाविद्यालय, मुंडेरी राजकीय महाविद्यालय, डग फैक्ट फाइल 557 कॉलेज हैं राज्य में 100 कॉलेज में भी नहीं है सौर पैनल 4 हजार से ज्यादा शिक्षक हैं कार्यरत
5 हजार से ज्यादा कार्मिक कार्यरत 20 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययनरत नोडल से मांगी जानकारी नोडल कॉलेज को जिले के अन्य सरकारी कॉलेजों की जानकारी आयुक्तालय को भेजनी है। इसमें महाविद्यालय का नाम, स्वीकृत विद्युत भार तथा कुल भार क्षमता समेत कई जानकारी शामिल है। इसके लिए पीजी कॉलेज ने सभी कॉलेजों से जानकारी मंगवा कर एग्जाई रिपोर्ट कॉलेज आयुक्तालय को भेज दी है।
कॉलेजों की विद्यार्थी निधि से होगा पैसा खर्च कॉलेज आयुक्तालय के सूत्रों ने बताया कि प्रदेशभर के 5 सौ से अधिक कॉलेजों में विद्यार्थी निधि बनी हुई है, जिनमें प्रत्येक में करोड़ों रुपए का बजट होता है, उसी बजट से कुछ हिस्सा राशि कॉलेजों में रूफटॉफ सोलर सिस्टम में काम में ली जाएगी।
ये है उद्देश्य प्रदेश में बिजली उत्पादन की कमी से निजात पाने व कॉलेजों के बिजली स्वयं के रूफ टॉप सोलर सिस्टम से ही चलाने के मकसद से प्रदेशभर के कॉलेजों में सोलर सिस्टम लगाए जा रहे हैं।
इनका कहना है… जिले के सभी कॉलेजों से सूचना मंगवा कर डिमांड कॉलेज आयुक्तालय को भेज दी है। वहां से अधिकृत कंपनी द्वारा जिले के सभी कॉलेज में सोलर सिस्टम लगाए जाएंगे। इससे बिजली की बचत होने पर कॉलेजों का बिल बहुत कम हो जाएगा।
डॉ. फूलसिंह गुर्जर, नोडल प्राचार्य, पीजी कॉलेज, झालावाड़