पर्यावरण संरक्षण को लेकर आगामी दिनों में पौधरोपण अभियान झालावाड़ सहित प्रदेशभर में आरंभ होगा। इसे लेकर शिक्षा विभाग को भी लक्ष्य दिया गया है। राजस्थान में शिक्षा विभाग को तीन करोड़ पौधे लगाने हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में वर्तमान में अस्सी लाख बच्चे पढ़ रहे हैं, ऐसे में हर बच्चे के हिसाब से कम से कम तीन पौधे लगाने का लक्ष्य है। वहीं, जहां मिड-डे-मील बन रहा है, वहां स्कूल में किचन गार्डन लगाना अनिवार्य होगा। प्रत्येक स्कूल में संस्था प्रधान एक शिक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा। इसी तरह मॉनिटरिंग पीईईओ, यूसीईओ व सीबीईओ करेंगे।
मनरेगा में खुदेंगे गड्ढे
सहायक निदेशक सत्यपाल शर्मा ने बताया कि स्कूलों व स्कूलों के आसपास तथा खेल मैदानों के चारों तरफ जहां पौधरोपण करना है। वहां 15 जून से पूर्व जिला परिषद के माध्यम से मनरेगा श्रमिकों द्वारा गड्ढे खुदवाए जाएंगे। जिनमें जैसे ही बारिश होगी पौधे रोप दिए जाएंगे। प्रथम चरण में 2 लाख 17 हजार पौधे लगाए जाएंगे।
पत्रिका व्यू
जिले के कई स्कूलों में पौधों के संरक्षण के लिए पानी की व्यवस्था नहीं है। पौधे तो लगाए जाएंगे लेकिन उनके संरक्षण के लिए ट्री गार्ड आदि की सुविधा भी करना जरुरी है। नहीं तो कहीं ये पौधारोपण अभियान खाना पूर्ति होकर रह जाएगा। जिले में हर साल लाखों पौधे लगाए जाते हैं, लेकिन उसका 50 फीसदी भी नहीं चल चल पाते हैं, इसलिए भीषण गर्मी व बारिश की परेशानी हो रही है।
पौधों का संरक्षण भी जरूरी
ये दिशा निर्देश
कक्षा एक से पांच पढऩे वाले प्रत्येक विद्यार्थी को एक पौधा लगाना है । कक्षा 6-12 में पढऩे वाले विद्यार्थी को प्रति परिवार पांच पौधे लगाने हैं। मिड डे मील बनने वाले विद्यालय में किचन गार्डन अनिवार्य होगा। पर्याप्त भूमि वाले विद्यालय में चारों ओर पौधे लगाने हैं।
ब्लॉक पौधों की संख्या
अकलेरा 44799 बकानी 8042 भ.मंडी 24877 डग 15661 झालरापाटन 28524 खानपुर 45096 मनोहरथाना 24958 सुनेल 25100 कुल 217057 जिले में छह लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। इसमें अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जाएगा। लक्ष्य के अनुरूप बारिश में जिले के सभी विद्यालयों को पौधे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। अभी 2 लाख 17 हजार पौधे के लिए तैयारी कर ली गई। इसमें अन्य विभागें का भी सहयोग लिया जाएगा। जिले में 2 लाख 93 हजार से अधिक नामांकन है।