बैठक में प्रभारी सचिव ने पेयजल व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए जिले में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों तक उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार,नायब तहसीलदार आदि को व्यापक मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए, उन्होंने कहा कि जिले में कोई ऐसा गांव न हो जहां पीने के पानी की किल्लत हो। पेयजल की अधिक आवश्यकता वाले क्षेत्रों में वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए ग्रामीणों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध करवाया जाए। इस दौरान उन्होंने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत चल रहे कार्यों में प्रगति लाते हुए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार शीघ्र कार्य पूर्ण करते हुए समस्त गांवों में नल कनेक्शन के माध्यम से पानी पहुंचाने के निर्देश प्रदान किए।
24 घंटे बिजली दें अधिकारी-
प्रभारी सचिव ने जिले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की स्थिति की जानकारी लेते हुए जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता को सम्पूर्ण जिले में निर्बाध रूप से 24 घण्टे बिजली आपूर्ति करवाने के निर्देश प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने जलदाय एवं विद्युत विभाग को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ द्वारा अवगत कराया गया कि जिले में जल जीवन मिशन एवं जल योजनाओं के तहत कोई विद्युत कनेक्शन लम्बित नहीं है। साथ ही जिले में 72 घण्टे से अधिक समय का कोई भी ट्रान्सफार्मर बदलना शेष नहीं है।
लू-तापघात की दी जानकारी- इस दौरान जिला कलक्टर द्वारा जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा लू-तापघात से बचने के लिए की जा रही तैयारियों से प्रभारी सचिव को अवगत करवाया गया। प्रभारी सचिव ने मौसमी बीमारियों से बचाव एवं उनके उपचार के लिए सम्पूर्ण तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। कलक्टर ने प्रभारी सचिव को जिले में पंजीकृत 61 गौशालाओं की जानकारी दी।
तय समय में करें फाइलों का निस्तारण- बैठक में सभी राजकीय विभागों के ई-फाईल डिस्पोजल समय एवं अधिकारियों व कार्मिकों की कार्यक्षमता एवं समय पालन की समीक्षा करते हुए प्रभारी सचिव ने फाईलों का निस्तारण कम से कम समय में करवाने के निर्देश दिए। जिन विभागों में अभी तक इस सिस्टम को चालू नहीं किया गया है वहां भी शीघ्र इस सिस्टम को चालू करवाने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने लम्बित भू-हस्तान्तरण, भू-रूपान्तरण एवं भू-आवंटन की स्थिति की समीक्षा करते हुए लम्बित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारित करवाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने अवैध खननए ड्रग्स एवं महिला अपराध की स्थिति की समीक्षा करते हुए पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने खाद्य पदार्थों में मिलावट एवं अवधि पार उत्पादों की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक अतिरिक्त जिला कलक्टर सत्यनारायण आमेटाए उप वन संरक्षक सागर पंवार, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शम्भूदयाल मीणा, उपखण्ड अधिकारी संतोष कुमार मीणा सहित कई लोग मौजूद रहे।