होटल इंडस्ट्री के अनुसार 90 प्रतिशत के करीब विवाह स्थल और वैंक्वेट हॉल बुुक हो चुके हैं, जो पिछले साल से 30-35 प्रतिशत से अधिक है। सामाजिक व व्यक्तिगत स्तर पर शादियों पर खर्च में बढ़ा दिया। अब अधिक मेहमान बुला रहे हैं। नगर के शीतला माता पर बैन्ड़-बाजों के साथ एक दुल्हन माताजी पूजन करने पहुंची। सोमवार से ही शादियों की शुरूआत हो चुकी है। वेडिंग प्लानर्स के अनुसार मेहमानों की संख्या 800 से 1500 तक पहुंच रही है। महंगाई बढऩे के कारण खर्चा पहले से कई अधिक हो रहा है। मैरिज गार्डन संचालक दिलीप जैन व धीरज पाटीदार ने बताया कि रिसोर्ट कि बुंंकिंग छह माह पूर्व ही हो चुकी है। इस वर्ष पूरे साल की बुंकिग हो चुकी है। होटलों के मुताबिक, बिग बजट वेडिंग फिर से प्रचलन में है।
दुकानों पर भीड़
- त्योहार के बाद फिर से बाजार में अच्छी-खासी भीड़ नजर आने लगी है। देवकीनन्दन खत्री ने बताया कि त्योहार के बाद अब दुकानों पर शादियों के कपड़ों के खरीदारी करने वालों की भीड़ दिखाई दे रही है। गगनदीप सिंह होरा ने बताया कि अब शादियों को एक उत्सव की तरह अलग तरीके से मनाने का ट्रैंड चल चुका है। जिसको लेकर कपडे भी उसी तरीके से खरीद रहे हैं। नरेश माधवानी ने बताया कि लड़की के लिए सामान अब पैकेज में खरीद कर रहे है। पंडि़त प्रफुल्ल जोशी का कहना है कि शादियों के सीजन में पंडि़तों की भी एंडवासबुंकिग हो चुकी है। पहले एक दिन मे एक ही शादी करवा पात थे। अब दिन में फेहरे करने का चलन हो चुका है। जिस से एक दिन में दो से अधिक शादियां पंडित करवा रहे हैं।