Garlic Price..3 रुपए किलो बिका लहसुन, गुस्से में किसान ने लहसुन की भरी ट्रॉली सड़क पर फेंक दी
कोटा, झालावाड़. लहसुन के दाम नीचले स्तर पर पहुंच गए हैं। किसान मंडी में लहसुन बेचने के लिए लाते हैं, लेकिन दाम नहीं मिलने से परेशान होकर सड़कों पर फेंकने को विवश है। मंडी के नीलामी यार्ड के बाहर ही लहसुन फेंक देते हैं। इससे दुर्गंध फैल रही है। खानपुर मंडी में शुक्रवार को एक किसान ट्र्राॅलीभर कर लहसुन ले गया। यहां नीलामी में लहसुन के दाम 3 रुपए किलो लगाए गए। तीन रुपए किलो दाम सुन किसान को गुस्सा आ गया है। लहसुन की भरी ट्रॉली नीलामी यार्ड के पास सड़क पर फेंक दिया। किसान का कहना था कि 35 रुपए किलो लागत आई है। ऐसे में तीन रुपए किलो में कैसे लहसुन बेच दूंगा। दाम सुनकर दिमाग खराब हो गया। इस कारण सड़क पर फेंक दिए।
मंडी में इन दिनों लहसुन का औसत भाव 300 से लेकर 1500 रुपए क्विंटल चल रहा है जो गत वर्ष के मुकाबले 25 फीसदी ही है। लगातार बारिश व भाव के इन्तजार में घरों मे रखा लहसुन खराब होने के डर से किसान साफ सफाई व कटाई कर लहसुन को मण्डी में बेचने ला रहे है, लेकिन यहां भी भाव नहीं मिलने से हल्के लहसुन को घर ले जाने के बजाय किसान मण्डी में फैंककर जा रहे है। ऐसे में नीलामी शेड के आसपास कट्टों के ढेर लगे हुए है। कोटा मंडी में भी यही दाम चल रहे हैं।
लहसुन व्यापारियों ने बताया कि किसान नीलामी के दौरान भाव नहीं मिलने से छोटी कली के लहसुन व भीगे लहसुन को यहीं छोड़ जाते है। ऐसे मे लहसुन पानी मे भीगकर दुर्गन्ध मारने से परेशान है। मण्डी सचिव फूलचन्द मीणा ने बताया कि मण्डी के सफाई कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन नीलामी के बाद आसपास के लहसुन के ढेरों की साफ सफाई कर अन्यत्र स्थानों पर डालते है। फिर भी ट्रेक्टर ट्रॉली लगाकर आसपास पड़े सड़े गले कट्टो को हटवाया जा रहा है। शुक्रवार को मण्डी में रिकार्ड 4213 कट्टे लहसुन कही आवक हुई जबकि भाव 250 से 4100 रुपए क्विंटल रहा।