जानकारी के अनुसार झाबुआ के पिटोल गांव के आदिवासी लोग मजदूरी करने गुजरात जा रहे थे। रास्ते में गुजरात के ढोलका में उनकी बोलेरो गाड़ी की डंपर से जोरदार टक्कर हो गई। इससे बोलेरो में सवार पिटोल के आदिवासी बिलवाल परिवार के पांच सदस्यों की मौके पर ही मौत हो गई।
आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में अभी भी रोजगार का खासा अभाव है। यहां के लोग रोजगार के लिए गुजरात जाते हैं। इनमें से ज्यादा आदिवासी गुजरात में मजदूरी करने के लिए जाते हैं। पिटोल के आदिवासी भी काम करने
गुजरात जा रहे थे लेकिन हादसे का शिकार हो गए।
पुलिस ने बताया कि बिलवाल परिवार झाबुआ के घाटिया से गुजरात के नागनेश राणपुर की ओर रवाना हुआ था। डंपर की टक्कर से बोलेरो सवार पांच लोगों की मौत हो गई जबकि दो अन्य लोग बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को दाहोद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। भीषण हादसे में बोलेरो पूरी तरह चकनाचूर हो गई।
हादसे में घाटीया निवासी नितेश पुत्र नानसिंह बिलवाल, दिलीप पुत्र नानसिंह बिलवाला, प्रमोद पुत्र भारत बिलवाल, राहुल पुत्र धुमसिंह बिलवाल और पीपलीपाडा निवासी पायचंद की मौत हो गई। मनीषा व रामेश्वर घायल हुए है। मृतकों के शव जब गांव लाए गए तो परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सभी का गांव में ही अंतिम संस्कार किया गया।