हादसे के बाद पत्थलगांव के नागरिकों ने चक्काजाम कर दिया, वहीं एक दिन बाद भाजपा के जशपुर बंद का भी व्यापक असर रहा था। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी ने पत्थलगांव टीआई संतलाल आयाम को लाइन अटैच तथा एएसआई केके साहू को निलंबित किया था।
इधर सीएम ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए मुआवजे की घोषणा की थी। घटना के 3 दिन बाद 18 अक्टूबर को एसपी ने पत्थलगांव थाने के सभी 15 पुलिसकर्मियों को जहां हटा दिया, वहीं यातायात के 5 आरक्षक, एक प्रधान आरक्षक व 4 महिला आरक्षकों का भी तबादला कर दिया। इधर भाजपा व कांग्रेस में इस घटना के बाद माउथ वार शुरु हो गया है।
विष्णुदेव बोले- छत्तीसगढ़ बन गया है अपराधगढ़
पत्रिका से चर्चा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई नि:संदेह स्वागत के योग्य है, इसकी मांग पत्थलगांव वासियों ने भी की थी।
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लेकिन पूरे प्रदेश में पुलिस तंत्र दूषित हो गया है और छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ के रूप में स्थापित हो रहा है। प्रदेश में सत्ता पर बैठी कांग्रेस में कुर्सी की दौड़ और आपसी खींचतान से पुलिस और प्रशासन तंत्र निरंकुश हुआ है, इस कारण लगातार ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष बोले- पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मुख्यमंत्री द्वारा हादसे में मृत युवक के पीडि़त परिवार को मुआवजे आरोपियों की गिरफ्तारी और सोमवार को एसपी की कार्रवाई पर चर्चा करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज सागर यादव ने कहा कि पत्थलगांव पुलिस थाने में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों अन्य हटाए जाने की पुलिस अधीक्षक की कारवाई नि:संदेह उचित कार्रवाई है।
लखीमपुर की तरह पत्थलगांव में कार से रौंदे गए मृतक के परिजन को मिलेगा 50 लाख, हटाए गए टीआई
राज्य शासन, पुलिस प्रशासन ने घटना के सामने आते ही जिस प्रकार से मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया, तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और आरंभिक जांच में दोषी पाए गए पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिरी, इससे बेहतर और क्या त्वरित कार्यवाही होगी। भाजपा का आरोप राजनीति से प्रेरित है।