जशपुरनगर. पिछले दो दिनो से जशपुर वनांचल क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर से आ रही तेज शीत लहर की चपेट में है। हाड़ कंपा देने वाली इस सर्द हवा से जन जीवन अस्त वयस्त है। मौसम खुलने के बाद पिछले दो दिनों से अंचल में भारी ठंड पडऩे लगी है। ठंडी हवाओं से लोगों की कंपकपी छूटने लगी है। बुधवार की तड़के शहर के कई स्थानों पर बर्फ की पतली परत बिछी हुई दिखी। शहर का न्यूनतम तापमान ४ डिग्रीे सेल्सियस तक पहुंच गया था। इसके अलावा जिले के पाठ क्षेत्रों में पारा शून्य पर रहा। बुधवार को खेतों-खलिहानो, घरों के आसपास और लोगों की गाडियों, कारों की छतों में बर्फ जमने से लोग देर तक इस का मजा लेते भी दिखे औश्र बाद में पूरे दिन शहर में इसी की चर्चा छिडी रही। जनवरी के पहले पखवाड़े तक जशपुर में ठंड कम होने लगी थी, पर उसके बाद मौसम ने एक बार फिर से करवट ली। बीते चार-पांच दिनों पहले बदली का मौसम बना रहा। जिसके बाद मौसम खुलते ही ठंड ने एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। दो दिन पहले जहां शहर में सुबह कोहरे का नजारा था। वहीं बुधवार की सुबह इस सीजन में पहली बार बर्फ की हल्की परत देखने को मिली। यहां के गम्हरिया, बादरकोना, कदमटोली, कोमड़ो, पुराना नगर, सन्ना रोड़, करबला रोड़, किनकेल सहित पाठ क्षेत्रों में नदी के जल प्रवाह पत्थरों एवं पुआल के ढेरों पर पाले की मोटी परत दिखी।
गाडियों की छतों और शीशे में जम गई बर्फ- बुधवार को सुबह शहर में लोगों के घरों के बाहर खड़ी लोगों की गाडियों की छत पर सफेद परत जमी दिखाई दी। ठंडी हवा चलने के कारण लोगों को कमरे के अंदर भी कंपकपी छूट रही है। जिससे लोगों का दिनचर्या प्रभावित हो गई है। ठंड का आलम यह है कि दोपहर में भी लोगों को धूप सुहानी लग रही है। ठंड के लौटने पर सुबह सैर सपाटे में जाने वाले लोगों की संख्या में कमी आ गई है। अल सुबह उठने वाले लोग भी कड़ाके के ठंड के कारण सूर्योदय के बाद ही उठ रहे हैं। बुधवार की सुबह जब लोग उठकर घरों के बाहर निकले तो बाहर खड़ी गाडिय़ों के सीट और कांच पर बर्फ की परत जमी हुई थी। यह परत सूर्योदय होने के बाद सुबह ७ बजे तक दिखाई दे रही थी।
IMAGE CREDIT: patrika कुछ फसलों पर प्रभाव- इन दिनों वादियों की ओर से आ रही तेज शीत लहर के कारण पड रही कडाके की ठंड और पाला जमने से कई प्रकार के फलों की खेती के लिए इसे बेहद मुफीद माना जा रहा है। जानकारों का कहना है कि जशपुर क्षेत्र में होने वाले फल की खेती नाशपाती पर इसका अहुत अच्छा प्रभाव पडेगा इस बर्फबारी से नाशपाती में फूल और ज्यादा लगेंगे जिससे उत्पादन और ज्यादा होगा।
पाठ क्षेत्र शीत लहर की चपेट में – मौसम के जानकरों के अनुसार जिला मुख्यालय से पाठ क्षेत्रों में पारा करीब 3 डिग्री कम होता है। शहर में बुधवार को न्यूनतम तापमान ४ डिग्री रहा। जिससे पाठ क्षेत्रों के पंडरापाठ, रौनी, बलादरपाठ, सन्ना, कामारिमा सहित अन्य गांवों में न्यूनतम पारा शून्य के आसपास रहने का अनुमान है। इन क्षेत्रों में शीतलहर से लोगों की हाड़ कांप रही है। वहीं घास, पत्थर, भूसी, पुआल एवं पानी के ठहराव में सुबह पाला जम जा रहा है। जो सूर्योदय के बाद पिघल जाता है।
सर्वाधिक प्रभावित बच्चे – ठंड के कहर का असर इन दिनो छोटे बच्चों पर ज्यादा दिखाई दे रहा है। जो बच्चे सुबह स्कूल जाते हैंए उनमें सर्दी, खांसी व बुखार का प्रकोप बढ़ गया है। जिससे अस्पतालों में बच्चों को लेकर आने वाले अभिभावकों की भीड़ देखी जा सकती है। चिकित्सकों ने भी बच्चों व बुजुर्गों को इस ठंड से बचाने की हिदायत दी है।