जानकारी के मुताबिक वन विभाग के द्वारा यह बांध अभयारण्य जंगल के बीच में बनाया गया है। ग्रामीणों का यह कारना मंगलवार को उजागर होने के बाद से बादलखोल अभयारण्य क्षेत्र के साथ-साथ पूरे जिले में हडक़ंप मचा हुआ है। (CG News Today) बता दें कि इससे पहले कांकेर जिले के पखांजुर में खाद्य निरीक्षक द्वारा बांध में मोबाइल गिरने के बाद लाखों लीटर पानी बहा दिया गया था, जिसे लेकर पूरे प्रदेश में लोगों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी।
देखरेख की जिम्मेदारी वन विभाग की अभयारण्य क्षेत्र के अंदर वन्य प्राणियों के प्यास बुझाने के लिए वन विभाग के द्वारा जंगल में सैकड़ों तालाब, स्टॉप डेम बनाए गए हैं, जिनकी देखरेख का जिम्मा भी विभागीय कर्मचारियों का है। अभयारण्य के बीच लुम्भा लता में भी स्टॉप डैम है। (CG News Update) विभाग को डैम का गेट को खोलकर लाखों लीटर पानी बहा देने की भनक तक नहीं है।
डैम से ओवरफ्लो हो रहा था पानी जानकारी के मुताबिक इस समय डैम में करीब 6 फिट तक पानी था और पानी डैम से ओवरफ्लो हो रहा था। अभयारण्य में रहने वाले जंगली जानवरों के साथ आसपास के गांवो के मवेशी भी यहां गर्मी के दिनों में पानी पीने आते थे, लेकिन अब डैम से पूरी तरह से सूख चुका है, जिससे जंगली जानवरों के पानी की तलाश में गांवों में घुसने की आशंका बढ़ गई है। (CG Jashpur Breaking News) ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। 2-4 किलो मछली के लिए बांध के पूरे पानी को बहाना गलत है। सूचना मिली है, फील्ड पर जा रहा हूं। डेम का निरीक्षण करने के बाद ही कुछ बता पाऊंगा।
-विजय भूषण, एसडीओ, बादलखोल अभयारण्य
मोबाइल के लिए हजारों लीटर पानी बर्बाद करने वाले पर 53 हजार का जुर्माना कांकेर के पखांजूर क्षेत्र परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर का लाखों लीटर पानी बिना अनुमति के बर्बाद करने वाले फूड इंस्पेक्टर पर जल संसाधन विभाग ने 53 हजार रुपए का जुर्माना ठोका है। नोटिस के 10 दिनों के अंदर निलंबित फूड इंस्पेक्टर को यह जुर्माना की राशि जल संसाधन विभाग में जमा करनी होगी। (CG Breaking News) राशि जमा नहीं करने पर विभाग की ओर से अपराध भी दर्ज कराया जा सकता है। बता दें कि परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर में 1 लाख रुपए की कीमत के मोबाइल को निकालने के लिए पखांजूर में पदस्थ फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास ने 21 मई से 25 मई तक 41104 क्यूबिक मीटर पानी बर्बाद कर दिया।