आरोपी के विरूद्ध वन विभाग द्वारा वन अधिनियम् 1927 की धारा 26, 52 के तहत् कार्यवाही की जा रही है। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को जिले के थाना कुनकुरी को मुखबिर से सूचना मिली कि थाना कुनकुरी क्षेत्र के ग्राम कुंजारा जंगल में अज्ञात तस्करों द्वारा बेशकीमती सागौन की लकड़ी के लट्ठे की ट्रैक्टर से
तस्करी कर ले जाने वाले हैं।
इस सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी कुनकुरी उप निरीक्षक सुनील सिंह द्वारा रात्री गस्त में लगे कर्मचारियों को साथ लेकर आगामी कार्यवाही हेतु रवाना हुए, पुलिस द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से 10 बड़े लट्ठे सागौन की लकड़ी से भरे ट्रैक्टर को अभिरक्षा में लेकर जप्त किया गया। मौके पर वाहन स्वामी पंकज यादव उम्र 35 साल निवासी केरसई पकड़ में आया जिससे पूछताछ करने पर उसने तस्करी करना स्वीकार किया। उसके सहयोगी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए।
सागौन के जंगल तस्करों के निशाने पर
जशपुर जिले के नीचे घाट के इलाके को जो ऊपर घाट के मुकाबले गर्म वातावरण वाला है। यहां की आबो-हवा सागौन के पेड़ों के लिए अनुकूल है, जिसके कारण यहां सागौन के पेड़ों का ग्रोथ काफी अच्छा आता है। इसी कारण से जिले के लोरो घाटी के नीचे के इलाके में दुलदुला से लेकर कुनकुरी और फिर तपकरा तक बड़े पैमाने पर सागौन का प्लांटेशन वन विभाग के द्वारा लगाया गया है। जो अब परिपक्व हो चुके हैं, लेकिन साथ ही सागौन के ये बेशकीमती पेड़ लगातार तस्करों के निशाने पर हैं, और यही कारण है कि दुलदुला से लेकर कुनकुरी और तपकरा तक अब सड़क के किनारे से ही सागौन के जंगलों को उजड़ते हुए देखा जा सकता है।
अधिकांश स्थानों पर अब लहलहा रहे सागौन के पेड़ों के स्थान पर उनके ठूंठ दिखाई देने लगे हैं। हाल के दिनों में इसे रोकने को लेकर या यहां सक्रिय लकड़ी तस्करों पर अंकुश लगाने के लिए वन विभाग ने कुछ नहीं किया, जिसके कारण तेजी से इन पेड़ों की कटाई कर तस्कर इन्हें ठिकाने लगा रहे हैं।
जशपुर पुलिस द्वारा रात्रि गश्त को अत्यधिक प्रभावी बनाया गया है, क्षेत्र के जागरूक ग्रामीणों से प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्यवाही की गई है। मुस्तैदी से ड्यूटी करने वाले अधिकारी, कर्मचारी को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया है।