घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार, इसके बाद बदहवास हालत में तीनों लड़कियों को पत्थलगांव लाकर बस स्टैंड में छोड़ दिया। जहां एक लड़की ने अपने परिचित लड़के को फोन कर पूरे घटना की जानकारी देते हुए उसे मदद के लिए बुलाया लेकिन जैसे ही वह लड़का पत्थलगांव पहुंचा, उसने तीनो नाबालिक किशोरियों में से एक अपनी परिचित लड़की को पत्थलगांव के एक लॉज में ले जाकर दुष्कर्म करने लगा, इधर दोनो किशोरियों ने काफी देर तक अपनी बहन के नहीं आने से परेशान होकर घर में फोन कर परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। परिजनों ने पत्थलगांव आकर पुलिस की मदद से खोजबीन करते हुए एक लॉज के कमरे में लड़के और लड़की को संदिग्ध हालत में बरामद किया। पुलिस इस मामले में लॉज संचालक समेत चार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।
इस संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार नाबालिगोें के साथ सामुहिक दुष्कर्म की शिकायत के बाद 2 पुलिस टीम एसडीओपी पत्थलगांव ध्रुवेश कुमार जायसवाल एवं प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक भानुप्रताप चंद्राकर के नेतृत्व में गठित कर घेराबंदी एवं दबिश देकर प्रकरण के 4 आरोपियों को अभिरक्षा में लिया गया है।