विप्लव शिक्षण व कल्याण समिति जांजगीर द्वारा इस दिवाली में यह कार्य पीथमपुर में प्रस्तावित है। सन 2003 की दीपावली में जब विप्लव की ये सोच अंकुरित हुई तो हमने सोचा चलो उन लोगों में दीपावली का उजास बांटा जाए, जो किसी अभाव के चलते पटाखे मिठाई से वंचित हो जाते है। उनकी प्रेरणा बने शिक्षक और इस सोच को अमलीजामा पहनाया उनके ही दो छात्रो ने इस पुनीत कार्य के लिए रुपए के इंतजाम का मतलब अपनी पॉकिट मनी कुर्बानी की। हर दीपावली में इस आयोजन के अलावा जनसेवा का जो छोटा बड़ा कार्य जो मिला करते चले गए।
2011 में समिति को पंजीकृत कराने के बारे में सोचा गया। विप्लव का अर्थ होता है क्रांति अनायास ही यह नाम जंच गया। तब एक ऐसा समाज सेवी संगठन अस्तित्व में आया, 10 से 50 आयु वर्ग के लोग जुड़ गए। शिक्षक, डॉक्टर इंजीनियर चार्टर्ड एकाउंटेंट, पत्रकार, उद्यमी, व्यवसायी, कांट्रेक्टर्स, केन्द्रीय सरकार के कर्मचारी, समाज और दलीय विचारधारा से जुड़े लोगों ने सदस्य बनकर इस विप्लव को पल्लवित पुष्पित किया। हमारा एक ही उदेश्य है समाज व जनसेवा। आपसी आर्थिक सहयोग, जेब खर्च, वेतन से बचत कर तन मन धन से सहयोग कर हम सब इसकी गतिविधियां संचालित करते हैं।