पुलिस के अनुसार प्रार्थिया निरा साहू निवासी दारंग थाना चांपा ने रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि 25 अप्रैल 2023 से लगातर आरोपी कंपनी का डारेक्टर अखिलेश सिंह एवं उनके अन्य साथियों द्वारा संगठित होकर
फ्लोरा मैक्स सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी संचालित कर रहे थे। जिसका मुख्य ब्राच कोरबा था एवं चाम्पा में शाखा खोलकर एक व्यवसायिक स्कीम के तहत आम नागरिकों एवं सदस्यों से 30-30 हजार रुपए जमा कराते थे। हर माह प्रत्येक सदस्य को 2700 रुपए देने का वादा करते थे।
सदस्यों 35 हजार रुपए का समान जैसे साड़ी, बर्तन, जूते, आभूषण बेनटेक्स आदि सामान बेचने के लिए देते थे। समान को बेचकर 35 हजार रुपए कंपनी में जमा करते थे। जिसमें से सदस्यों को 3500 रुपए कमीशन मिलता था। यदि कोई सदस्य समान नहीं देता था, उसे सिर्फ हर महिने 2700 रुपए 24 माह तक देने का झांसा देते थे। इसके अतिरिक्त सदस्यों द्वारा अपने अंदर में सदस्य जोड़े उन सदस्यों के हिसाब से प्रति महिना 300 रुपए कमिशन के रूप में देते थे। इसकी लालच में आकर ग्रामीणों द्वारा विभिन्न बैंको से लोन लेकर 30-30 हजार रुपए जमा किया गया है।
कंपनी द्वारा सदस्यों को पीछले 4 माह से वादा की गई 2700 रुपए देना बंद कर फरार हो गए। रिपोर्ट पर आरोपियों के खिलाफ धारा 318 (2), 318 (4), 111 (1) 3 (5) बीएनएस एवं 6, 10
छत्तीसगढ़ निवेशकों का संरक्षण अधिनियम 2005 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। मुखबीर की सूचना पर अलग-अलग जगहों से आरोपी ईश्वर दास महंत निवासी लीमगांव थाना उरगा जिला कोरबा, संतोष दास मानिकपुरी निवासी रोगदा थाना नवागढ़, गोपी किशन सुखसारथी निवासी लहंगा थाना बाराद्वार जिला सक्ती को पकड़ा गया।
घटना के संबंध में पूछताछ करने पर जुर्म स्वीकार किए, जिन्होंने लगभग 10-10 लाख रुपए लेना स्वीकार किए। आरोपियों से एवं कार्यालय से उपयोग किए कम्प्यूटर सेट, प्रिंटर, लेपटाप, नोट गिनने का मशीन, रजिस्टर एवं प्रचार प्रसार की समाग्री को बरामद किया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
Flora Max: पुलिस की अपील, ऐसी योजनाओं से रहें सतर्क
जांजगीर-चांपा पुलिस आम जनता से अपील करती है कि ऐसी धोखाधड़ी योजनाओं से सतर्क रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दें। गिरफ्तार तीनों आरोपी कंपनी के डारेक्टर अखिलेश सिंह, राजू सिंह 19-20 माह से लुभावना स्कीम को चला रहे थे। जांजगीर-चाम्पा जिले से 2700 लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है। प्रकरण की विवेचना जारी है।