आरोपी की तलाश में रायपुर पहुंची केरल पुलिस, सूचना देने पर मिलेगा 25 हजार , देखें VIDEO
क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या इन दिनों यह है कि बड़ी तादात में रबी फसल में नहर से धान की बोनी तो की है, लेकिन अब इस धान को बेचेंगे कहां? क्योंकि सरकार रबी फसल के धान को खरीदती नहीं। ऐसे में औने-पौने दामों पर बिचौलियों को धान बेचना पड़ता है। यहां से हम नवागढ़ पहुंचे तो जगमहंत चौक पर पेड़ की छांव में बड़ी तादात में लोग बैठे थे। ( CG Election2023) यहां किसान उत्तरा कश्यप ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी की है। सरकार बेरोजगारी भत्ता देने की बात की है, लेकिन अब तक किसी को मिला नहीं है। सरकार चुनाव में घोषणा की थी लेकिन साढ़े चार साल बीतने के बाद घोषणा को अमल कर रही है।प्रदूषण: शहर में गन्दे नाली के बीच पानी की सप्लाई, नल से निकल रहे कीड़े , बीमारी का बढ़ा खतरा
कृषि प्रधान जिले में महंगाई की मार जांजगीर चांपा जिला कृषि प्रधान जिला है। यहां 88 फीसदी रकबे में नहर के पानी से सिंचाई सुविधा है। दुखद यह है कि यहां धान की बंपर पैदावारी की जाती है लेकिन किसान केवल 15 क्विंटल धान ही समितियों में बिक्री कर पाते हैं। (CG vidhan sabha election) शेष धान को औने-पौने दामों पर सेठ साहूकारों के पास बेचने मजबूर हैं। क्योंकि प्रति एकड़ में किसान 30 क्विंटल धान की उपज लेते हैं। किसानों का कहना है कि यदि सरकार 20 क्विंटल धान खरीदी करे तो उन्हें मुनाफा होगा।23 की उम्र में बनी निवेशक, दूसरों को समझा रहीं पैसे का गणित
विकास के लिए साढ़े चार साल में नहीं आया फंड जांजगीर चांपा विधानसभा के सबसे चर्चित गांव सेमरा में पान ठेले पर तकरीबन एक दर्जन लोग पेड़ की छांव में बैठे गप्पे मार रहे थे। कोई बस का इंतजार कर रहा था तो कोई बिजली गुल होने से खुली हवा का आनंद ले रहा था। (CG Vidhan Sabha Election) यहां विनोद कुमार साहू ने बताया कि सरकार के साढ़े चार साल बीत गए लेकिन ग्राम विकास के लिए फूटी कौड़ी नहीं आई। आदर्श ग्राम में न तो नाली की समस्या सुलझी और न ही स्ट्रीट लाइट जल रही है। ऐसे में आदर्श ग्राम का सपना केवल सपना ही लग रहा है।