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वहीं 3 कोविड अस्पताल, 2 आकांक्षा परिसर और 1 मरीज की महुदा ग्राम के कोविड सेंटर में मौत हुई। कोविड अस्पताल सक्ती की एक 35 साल की महिला 8 अप्रैल से होम आइसोलेशन में थी। गंभीर स्थिति होने के कारण उसे कोविड अस्पताल लाया जा रहा था। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बलौदा का एक 57 साल का व्यक्ति आईसीयू में 11 अप्रैल से था। उसने भी गुरुवार को दम तोड़ दिया। इसी तरह 65 साल का व्यक्ति सीरियस कंडीशन में आया था, आईसीयू में भर्ती करते ही उसकी भी मौत हो गई। जिले में तीन दिन में ही 12 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।रोजाना फुल हो जा रहे हैं बेड
जिले में 80 बेड का सर्वसुविधायुक्त कोविड अस्पताल तैयार किया गया हैं। जहां ऑक्सीजन, वेंटिलेटर सहित अन्य अत्याधुनिक मशीनें है। यहां हर रोज बेड फुल हो जा रहे हैं। अधिकांश मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। सामान्य मरीज आकांक्षा कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किए जा रहे हैं।
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जिले में ऑक्सीजन वाले मात्र 135 बेड
जिले में जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं उस हिसाब मरीजों के लिए आक्सीजन वाले बेड की संख्या काफी कम है। ऐसे में आगे स्थिति बहुत खराब होने वाली है। कोविड अस्पताल, आकांक्षा परिसर व महुदा कोविड केयर सेंटर मिलाकर जिले में 135 बेड ही आक्सीजन वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग व कलेक्टर ऑक्सीजन वाले बेड बढ़ाने की बात कह रहे हैं।
एक्टिव मरीज पहली बार 4000 के करीब
जिले में एक्टिव केसों की संख्या 4000 पार कर गई हैं। इससे 196 मरीज कोविड अस्पताल व केयर सेंटर में इलाज करा रहे हैं। बाकी होम आइसोलेशन में है।
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सीएमएचओ डॉ. एसआर बंजारे ने कहा, स्थिति को देखते हुए ऑक्सीजन वाले बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। जल्द ही दिव्यांग स्कूल में 100 बेड वाला ऑक्सीजन कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। अब जिले में ऑक्सीजन वाले 331 बेड हो जाएंगे।