पोस्टर में नीतीश और पीएम मोदी दो अलग स्वरूपों में
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए पोस्टर में नीतीश कुमार कुर्सी पर बैठे दिखाए गए हैं। इनकी सत्ता को संशय में दिखाया गया है। इनकी फोटो के बैकग्राउंड में लॉकडाउन के दौरान बड़ी संख्या में देश भर से पैदल चलकर घर लौट रहे मजदूरों की फोटो लगाई गई है। नीतीश कुमार की फोटो के साथ कुर्सी-1लिखा हुआ है। जबकि चिराग पासवान पीएम मोदी के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। इनके बैकग्राउंड में विकास के स्वरूप को दर्शाया गया है। पोस्टर का कैप्शन है-‘मोदी से कोई बैर नहीं, नीतीश तेरी खैर नहीं!’ सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस पोस्टर में बहुतेरे राइटस और कमेंट्स मिल रहे हैं।
चिराग पासवान नीतीश पर हमलावर, लोजपा के सीएम उम्मीदवार
एनडीए घटक दलों में लोजपा के अडिय़ल रवैये की वजह से सीट शेयरिंग का विवाद बरकरार है तो इसकी मुख्य लोजपा की अति महात्वाकांक्षी होना है। पार्टी शुरु से सीएम नीतीश पर हमलावर बनी है। चिराग पासवान पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के बतौर पेश किए जा रहे हैं। पार्टी 143 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने की बात बार बार कहकर नीतीश कुमार की सत्ता के आगे बड़ी लकीर खींचती आ रही है। नीतीश शासन के भ्रष्टाचार को पार्टी ने प्रचारात्मक अभियान में आगे कर रखा है। नीतीश सरकार की ‘सात निश्चय’ योजना को भ्रष्टाचार का खजाना बताया जाता रहा है। जबकि पार्टी पीएम मोदी के विकास के बहुरंगी आयाम को खूब प्रचारित करती आ रही है।
लोजपा का नारा ‘बिहार फस्र्ट, बिहारी फस्र्ट’
लोजपा ने एनडीए में रहते हुए जिस तरह के टार्गेट बना रखे हैं उससे संशय छंटने का नाम नहीं ले रहा। इससे यह संदेश निकलने लगा है कि कहीं भाजपा के दोहरे रुख के कारण नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार कर उसे चक्रव्यूह में डाले रखने की रणनीति तो नहीं बना दी गई? लोजपा सीटों को लेकर अड़ी है और ‘बिहार फस्र्ट,बिहारी फस्र्ट ‘,का अलग विजन डोक्यूमेंट पेश करने की तैयारी में है। पार्टी संसदीय बोर्ड की शनिवार शाम हो रही बैठक में लोजपा अपने स्टैंड का निर्णय कर लेने वाली बताई जा रही है।