जब पाक की आशा पर फिरा पानी
पाक के स्याह चेहरे का खुलासा करने से पहले आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir Issue ) मसले को लेकर भारत और पाक के बीच तनातनी चल रही है। 17 अगस्त को इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ( United Nations Security Council ) की बैठक बुलाई गई। पांच देश इसके स्थाई सदस्य है, चीन भी जिनमें से एक है। चीन के आग्रह पर ही यह बैठक बुलाई गई थी। अपने हिमायती की ओर से अगुवाई करने से पाकिस्तान को बहुत आशा थी कि उसके पक्ष में कोई बात होगी। लेकिन यहां भी पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी। भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने साफ कर दिया था कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और यह मामला भारत का अंदरूनी मामला है। पाकिस्तान इससे और भी बौखला गया।
पाकिस्तानी मीडिया की झूठी कहानियां
जहां एक ओर पूरे विश्व के सामने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में हुई बातचीत में भारत के पक्ष में बात होने की बात पहुंची है। वहीं पाकिस्तानी मीडिया इस मामले में अपनी सरकार की लाज बचाने के लिए झूठी कहानियां रच रही है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पाक मीडिया के माध्यम से यह बात फैलाई जा रही है कि आज की बैठक में सभी देशों के प्रतिनिधियों ने पाक के पक्ष में बात कही, जिससे यह संदेश पहुंचा कि जम्मू-कश्मीर का मुद्या भारत का आतंरिक मुद्या ना होकर अंतरराष्ट्रीय मुद्या है। जबकि सर्वविदित है कि पाकिस्तान ने इस मसले पर जहां भी गुहार लगाई वहां उसे निराशा हाथ लगी और सभी ने इसे भारत का अंदरूनी मामला माना।
आतंकियों को घुसाने के लिए कवर फायर
बता दें कि लगातार पाकिस्तान आतंकियों को घुसपैठ कराने के लिए सीमा पर गोलीबारी कर रहा है। साथ ही आतंकियों को कवर फायर दे रहा है। 17 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में राजोरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सीज फायर का उल्लंघन किया। भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बनाकर गोलीबारी की गई और मोर्टार दागे। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। 35 वर्षीय लांस नायक जवान लोहा लेते शहीद हो गया।
भारतीय जवानों के मारने की झूठी खबर फैलाई
वहीं, गुरुवार ( 15 August ) सुबह सात बजे जब पूरा देश स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) मना रहा था तो पाकिस्तान ने अचानक सेना की चौकियों को निशाना बनाते हुए बडे हथियारों से भारी गोलाबारी शुरू कर दी। जिले के मेंढर सब डिवीजन के कृष्णा घाटी सेक्टर में युद्धविराम का उल्लंघन करते हुए सीमा पर बसे गांवों पर भी गोले दागे गए। इससे ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था।
12 से अधिक पाकिस्तानी जवान मारे गए
सेना ने मोर्चा संभालते हुए नापाक हरकत का जवाब देना शुरू कर दिया। इस दौरान पीओके के बट्टल में पाकिस्तानी सेना के करीब एक दर्जन जवान मारे गए थे। इसके बाद सीमापार से गोलाबारी बंद कर दी गई। सूत्रों का कहना है कि पाक अधिकृत बट्टल में 12 से अधिक जवान मारे गए। इस घटना के बाद आईबी और एलओसी पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
सीमा पार से होने वाली हर गतिविधि पर सेना नजर बनाए हुए है। वहीं, सेना ( Indian Army ) की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को व्यापक नुकसान पहुंचा जिसके बाद पाक ने अपने आवाम के आक्रोश को शांत कराने के लिए पांच भारतीय जवानों के मारे जाने जाने की झूठी खबर फैला दी थी।