इस दौरान आरोपियों की संपत्ति पर पुलिस द्वारा कार्रवाई को लेकर बोर्ड लगाए गए। पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही से ड्रग माफियाओं में हड़कंप है। पुलिस की ओर से फ्रीज की गई प्रोपर्टी पर बोर्ड लगाकर लिखा गया कि इस संपत्ति को ना तो बेचा जा सकता है और ना ही किसी प्रकार से गिरवी रखा जा सकता है।
यह किया फ्रीज
जिला पुलिस अधीक्षक एवं थानाधिकारी करड़ा दीपसिंह द्वारा प्रभावी कार्यवाही कर तस्कर भुताराम उर्फ भभुताराम के खसरा नबर 1456/580 ने 200 वर्ग मीटर पर बने करीब 50 लाख के मकान, 744 ग्राम सोने के आभूषणों को फ्रीज किया गया है। वहीं, जेताराम पुत्र चोखाराम के खसरा नबर 1455/580 में 203 वर्ग मीटर पर बने करीब 50 लाख के मकान को फ्रीज किया जाकर कुल डेढ़ करोड़ की अनैतिक गतिविधियों (मादक पदार्थों की तस्करी) से अर्जित संपत्ति को वित्त मंत्रालय भारत सरकार के सक्षम प्राधिकारण द्वारा फ्रीज की कार्यवाही कर संपत्ति फ्रीज बोर्ड लगाए गए।
तत्कालीन एसपी ने बनाई थी रणनीति
सांचौर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सागर राणा द्वारा ड्रग माफियाओं पर कार्यवाही को लेकर रणनीति बनाई गई थी। इस दौरान तत्कालीन अनुसंधान अधिकारी करड़ा थानाधिकारी बाबूलाल द्वारा तस्करों के ड्रग तस्करी द्वारा अनैतिक तरीके से अर्जित संपत्ति का ब्यौरा तैयार करके उसे चिन्हित कर एनडीपीएस एक्ट की धारा 68 एक (1) के तहत फ्रीज करवाने की प्रक्रिया शुरू की थी।
तस्करों के खिलाफ इन थानों में दर्ज है मामले
ड्रग तस्करी में लंबे समय से सक्रिय भूताराम उर्फ भभुताराम के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों मे कई मामले विचाराधीन है। सांचौर पुलिस थाने में 4, बस्सोबाला पजांब में 1, करड़ा में 2 मामले दर्ज है। वहीं, जेताराम के खिलाफ सांचौर पुलिस थाने में एनडीपीएस में 3 प्रकरण, करड़ा पुलिस थाने मे एक प्रकरण व मंडार सिरोही में एक प्रकरण दर्ज है।