लगातार बढ़ रहे गड्ढ़े
कस्बे के मालियों का बास, पुरोहितों की बगेची, कोरियाबास की तरफ जाने के लिए यह एकमात्र मार्ग है। इन क्षेत्रों में घनी आबादी निवास करती है। इसी प्रकार मालियों का बास से सीधे जैसलमेर रोड जाने वाले लोग भी यहीं से गुजरते है। ऐसे में यहां दिन-रात राहगीरों व वाहन चालकों का आवागमन लगा रहता है। माली समाज के ब्रह्मबाग के पास सडक़ इस कदर क्षतिग्रस्त हो गई है कि डामर का नामोनिशां ही मिट चुका है। इसके साथ ही कई वर्षों से मरम्मत नहीं होने के कारण मार्ग पर हुए गड्ढ़े लगातार बढ़ते जा रहे है।
नवरात्र में लगी है रेलमपेल
कस्बे के प्रसिद्ध ऐतिहासिक आशापुरा माता मंदिर, जया संच्चियाय माता मंदिर, चामुंडा व खींवज माता मंदिर, रामनाथ महाराज के आश्रम जाने वाले श्रद्धालु इसी मार्ग से आवागमन करते है। इन दिनों चल रहे नवरात्रा मेले के दौरान प्रतिदिन यहां से सैकड़ों श्रद्धालु निकलते है, जिन्हें क्षतिग्रस्त सडक़ के कारण आवागमन में परेशानी हो रही है। बावजूद इसके सडक़ के नवनिर्माण को लेकर कोई कवायद नहीं की जा रही है।