भारत ने दुनिया को जीना सिखाया
देवी चित्रलेखा ने कहा कि भारत के ऋषि-मुनियों ने सारी दुनिया को जीना सिखाया है। प्रत्येक उम्र के व्यक्ति को सुबह मंदिर अवश्य जाना चाहिए। मंदिर जाने से उनकी मानसिकता अच्छी होगी। अगर हम देश व धर्म को समय नहीं देंगे तो हमसे समय ही छीन लिया जाएगा। कथावाचिका ने कहा कि भारत को संपूर्ण रूप से विकसित बनाना है तो शिक्षा पद्धति में बदलाव आवश्यक है। आज की शिक्षा केवल सूचनात्मक ज्ञान दे रही है लेकिन बच्चों को जीना नहीं सिखा रही है। इससे वे डिप्रेशन जैसी समस्याओं से जूझते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली में गुरुकुल पद्धति को शामिल किया जाना चाहिए।