फव्वारे नहीं हुए शुरू, टूटने लगी दीवारें
कस्बे के मुख्य चौराहे जयनारायण व्यास सर्किल के पास स्थित व्यास बालोद्यान में भी सौंदर्यकरण के अंतर्गत इसकी मरम्मत व फव्वारा सेट लगाने के लिए धनराशि खर्च की गई थी। यहां फव्वारे लगाने के 13 वर्ष बाद भी उन्हें शुरू नहीं किया गया है। जिससे सरकारी धनराशि खर्च किए जाने के बावजूद भी आम जनता को उसका लाभ नहीं मिल रहा है। इसी प्रकार यह उद्यान आवारा पशुओं की शरणस्थली बना हुआ है, यहां कचरा जमा पड़ा है। दूसरी तरफ देखरेख व रख-रखाव के अभाव में उद्यान की दीवारें उद्घाटन व उपयोग से पूर्व ही क्षतिग्रस्त होने लगी है। यहां आई दरारों के कारण इसका सौंदर्य बिगडऩे लगा है। यही नहीं यहां बैठने के लिए लगाई गई पत्थर बैंचे भी टूटकर बिखरने लगी है।