आकर्षण के मुख्य केंद्र
जैसलमेर शहर के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के बाशिंदों में पिछले कुछ सालों की भांति इस धनतेरस पर भी दुपहिया वाहन खरीदने के प्रति भारी ललक दिखाई दी। एक अनुमान के अनुसार जैसलमेर में मंगलवार को एक ही दिन में करीब 1000 से ज्यादा दुपहिया वाहन बिक गए। वाहनों के शोरूम में फाइनेंस की सुविधा उपलब्ध होने से खरीदारों की भारी भीड़ नजर आई। व्यापारी राजेन्द्र सुथार ने बताया कि गत वर्ष की तुलना में करीब 35 प्रतिशत ज्यादा व्यवसाय हुआ है। विभिन्न वाहनों की एजेंसियों के यहां पिछले तीन-चार दिन से स्टॉक किया गया था। इसी तरह से इलेक्ट्रोनिक सामान में स्मार्र्ट टीवी, वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर आदि और हमेशा की भांति मोबाइल हैंडसेट की बिक्री बेतहाशा हुई। स्टील-पीतल के बर्तनों, सोने-चांदी के आभूषणों, रेडिमेड वस्त्रों, जूते-चप्पल आदि की दुकानों के साथ दिवाली के पारम्परिक व सजावटी सामान की रेहडिय़ों पर भी अच्छी ग्राहकी नजर आई।
दीप पर्व का भी आगाज
घरों में महिलाओं ने धनतेरस की शाम से दीप भी प्रज्ज्वलित करना प्रारंभ कर दिए। इससे दिवाली की रौनक पूरी तरह से नजर आने लग गई है। धनतेरस का दिन खरीदारी के लिए शुभ माने जाने की वजह से सुबह से ही खरीदारों की भीड़ बाजारों में नजर आने लगी। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी तादाद में महिलाएं व पुरुष खरीदारी के लिए पहुंचे।दुकानदारों ने रंगीन रोशनियों व अन्य प्रचार सामग्री से प्रतिष्ठानों को आकर्षक ढंग से सजाया है। मिठाई विक्रेताओं और सजावटी सामान, दीपक, लाइटें आदि बेचने वालों ने सडक़ पर सामान सजा रखा है। बाजारों और मुख्य मार्गों पर भारी चहल- पहल से व्यापारी वर्ग के चेहरों पर चमक दिखाई दी। दीपपर्व के मौके पर शहर के बाजारों में दुकानदारों ने रंगीन रोशनियों से अपने प्रतिष्ठानों को जोरदार ढंग से सजाया है। इससे सारे बाजार चमक उठे हैं। दूसरी तरफ नगरपरिषद की तरफ से सोनार दुर्ग सहित सभी चौराहों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
पैदल चलना हुआ मुश्किल
त्योहार के मौके पर ग्राहकी का जोर होने से शहर के पुराने बाजारों में तो दिनभर जाम के हालात बने रहे। इसके अलावा जो भी लिंक रास्ते हैं, वहां वाहनों की इफरात व मनमाने ढंग से वाहन खड़े किए जाने से आवाजाही में दिक्कतें पेश आई। आगामी दो दिन रूप चतुर्दशी व दिवाली पर भी बाजारों में पुलिस को यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए विशेष बंदोबस्त करने होंगे। फैक्ट फाइल
- 14 करोड़ के वाहनों की अनुमानित बिक्री
- 04 करोड़ के आभूषण व सिक्के बिके
- 08 करोड़ के मोबाइल व इलेक्ट्रोनिक सामान बिका
- 05 करोड़ के घरेलू सामान की बिक्री