किशोर कुमार बनकर काम करने वाले बांग्लादेश के मोहम्मद मेहमूद आलम टूलू के रुकने वाले स्थानों से उसका रखा सामान अपने कब्जे में लेने का प्रयास एटीएस कर रही है। गौरतलब है कि मोहम्मद मेहमूद आलम टूलू बांग्लादेश का नागरिक है। वह लंबे समय से भारत में किशोर कुमार के नाम से फर्जी दस्तावेज के साथ रह रहा था। पह अमृततसर व दिल्ली में भी काम कर चुका था। जोधपुर में इलाज के दौरान उसके पासपोर्ट के आधार पर किशोर कुमार बने मोहम्मद मेहमूद आलम का खुलासा हुआ।
यूं चढ़े एटीएस के हत्थेएटीएस ने बुधवार को फर्जी दस्तावेज से जैसलमेर में रह रहे बांग्लादेशी नागरिक और फर्जी दस्तावेज बनवाने वाले दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। एटीएस ने आरोपियों का पांच दिन का रिमांड लेकर जांच को ओ बढ़ाना शुरू किया था। बांग्लादेशी आरोपी पाकिस्तान में शादी करके राजस्थान में निवास कर रहा था। एटीएस एवं एसओजी के अनुसार गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद मेहमूद आलम टूलू उर्फ किशोर कुमार मरारीपुर बांग्लादेश और फर्जी दस्तावेज बनाने के सहयोगी परमानन्द भेरवानी उर्फ नन्दू जवाहर नगर जयपुर और दीपक यादव गिरधारीपुरा अजमेर रोड करणी विहार का रहने वाले हैं।
पाकिस्तानी महिला से शादी, फिर आया बांग्लादेशअनुसंधान में सामने आया कि बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद मेहमूद आलम टूलू उर्फ किशोर कुमार बचपन में काम करने के लिए पाकिस्तान गया था। वहां पर उसने पाकिस्तानी महिला से शादी की और कोरोना काल के दौरान जायदाद को संभालने के लिए बांग्लादेश आया। यहां उसने बांग्लादेशी पासपोर्ट और वीजा से भारतीय सीमा में प्रवेश किया। यहां पर वह फर्जी नाम बताकर दिल्ली अमृतसर और राजस्थान में रहने लगा। इस दौरान उसने होटलों में काम किया। इसी दौरान आरोपी परमानन्द भेरवानी और दीपक यादव से जयपुर में आकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड बनवाया। वह जैसलमेर में रहकर होटल में काम किया। एटीएस अब यह पता लगा रही है कि वह भारत क्यों आया था ?