तीन दिन में सत्याग्रह साइकिल यात्रा बहरोड तक पहुंच गई है और आज चौथे दिन यहां से युवा साइकिल पर रवाना हो गए हैं।
यात्रा के संयोजक भरत बेनीवाल ने बताया कि साइकिल यात्रा जनपथ दिल्ली तक सैकड़ों युवाओं के साथ पहुंचेगी। जहां पहुंचकर हम बेरोजगारों की समस्याओं को कांग्रेस आलाकमान तक बताएंगे।
जब तक हमारी बात सुन नहीं ली जाती,तब तक युवा दिल्ली में ही धरना देंगे। जिन इलाकों में यात्ररा पहुंच रहे है,वहां से बेरोजगार युवा इससे जुड़ते जा रहे हैं।
युवाओं का कहना है कि प्रदेश में आज 25 हजार से ज्यादा कोविड स्वास्थ्य सहायक रोजगार की आस में बैठे हैं। सालभर आंदोलन करने के बाद भी उन्हें रोजगार नहीं मिला है।
वहीं मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में लैब टेक्नीशियन ,रेडियोग्राफर, एएनएम, नर्सिंग ट्यूटर, नर्सिंग प्रोफेसर, नर्सिंग ऑफिसर, फार्मासिस्ट ,मेडिकल ऑफिसर, आयुर्वेद डॉक्टर्स, आयुर्वेद नर्सेज के पद खाली हैं। ठेके पर साइंस ग्रेजुएटस अल्पवेतन पर काम कर रहे हैं। इन सभी समस्याओं के समाधान व रोजगार की मांग को लेकर यह 271 किमी की यात्रा शुरू की हैं।
आंदोलन कर रहे युवाओं का कहना है कि निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की जान बचाने वाले नर्सिंगकर्मी व लैब टेक्निशियन,दवा वितरक सहायक ठेके पर मामूली वेतन में काम कर रहे है। इनकी तनख्वाह कम से कम 20 हजार रुपए की जाए।