सम्मेलन में युवकों ने परिवार को साथ लेकर चलने वाली पढ़ी-लिखी जीवनसाथी को पहली पसंद बताया। उधर, युवतियों ने भी दहेज मांगने वाले और शराब सहित अन्य व्यसन करने वाले युवकों से विवाह करने से साफ इंकार कर दिया। इनमें से कई युवतियों का मानना था कि भले ही ससुराल का परिवार कम पैसे वाला हो, मगर वहां बहू के मान-सम्मान के साथ ही उन्हें बेटी सा दुलार भी मिले। कई युवतियों ने अधिक उम्र के युवकों के रिश्ते भी ठुकरा दिए। सरकारी नौकरी और एमएनसी में कार्यरत युवतियों के साथ ही प्राइवेट जॉब करने वाली नए जमाने की बेटियों ने छोटे व एकल परिवार में विवाह के प्रति चाहत दर्शाई।
व्यसन करने वाले युवक परिचय न दें।
छोटे परिवार के प्रति दर्शाई चाहत।
युवकों की अधिक उम्र भी घर बसने में बनी बाधा।
माता-पिता को टोका, खुद सुनाया अपना फैसला।
बड़े परिवार की जगह, कॅरियर को तरजीह।
नशा करने वाले, बुरी संगत वाले युवक न दें परिचय
63 युवतियों और 170 युवकों ने दिया परिचय
02 दिनों तक हुआ सम्मेलन
04 देशों (अमरीका, चेक रिपब्लिक, ऑस्ट्रेलिया व दुबई) से वर्चुअली जुड़े
10 राज्यों से आए अभिभावक और युवा
माहेश्वरी समाज के विद्याधर नगर में आयोजित सम्मेलन में 63 युवतियों सहित अन्य युवाओं ने परिचय दिया। माहेश्वरी इंटरनेशनल मैरिज ब्यूरो के चेयरमैन संजय माहेश्वरी ने बताया कि देशभर से आए युवक-युवतियों का विजन शादी को लेकर एकदम क्लीयर था। युवकों का मानना था कि शादी के बाद जीवनसाथी जॉब करना चाहती हैं तो उसकी इच्छा का सम्मान किया जाएगा। उधर, कई युवतियों ने कहा कि विवाह के बाद परिवार की आवश्यकतानुसार जॉब छोड़ना पड़े तो हम इसके लिए तैयार हैं। ससुराल में सामंजस्य बैठाना उनकी प्राथमिकताओं में से एक था। इस सम्मेलन में यह बड़ा बदलाव देखने को मिला। शारीरिक सौंदर्य को प्रमुखता देने के स्थान पर युवक-युवतियों ने कहा कि एक दूसरे के विचार मेल खाना शादी का आधार है। दोनों एक-दूसरे के परिवारों का सम्मान करें।
जयपुर माली सैनी समाज की ओर से आयोजित सम्मेलन में युवतियों की पसंद मान-सम्मान वाला परिवार रही। अध्यक्ष रमेश सैनी ने बताया कि परिजनों के स्थान पर कई युवतियों ने ही अपना फैसला सुनाया। उन्होंने कहा कि ससुराल ऐसा हो, जहां बहू-बेटियों को इज्जत दी जाती हो। उनके सपनों को उड़ान देने के लिए भी प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाता हो।
गौड़ ब्राह्मण महासभा, राजस्थान की ओर से 10 मार्च को अंतरराष्ट्रीय परिचय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन के लिए देश-विदेश से आए बायोडाटा में भी युवक-युवतियों ने जीवनसाथी के प्रति राय लिखी। पंकज पचलंगिया ने बताया कि बदलाव के दौर में युवक-युवती भी खुद को बदलने के लिए तैयार दिखे।
सम्मेलन में आई युवतियों की भावी जीवनसाथी को लेकर शर्तें ज्यादा थी, युवक समायोजन के लिए तैयार नजर आए। ऐसे आयोजनों से एक ही मंच पर वर-वधू की कुंडली के साथ ही उनके परिवार की भी पूरी डिटेल उपलब्ध हो जाती है।
– केदारमल भाला, अध्यक्ष, माहेश्वरी समाज जयपुर
परिचय सम्मेलन के लिए देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही कई देशों से भी युवक-युवतियों के बायोडाटा आए हैं। मेलजोल बढ़ाने और दहेज की रोकथाम के लिए परिचय सम्मेलन तथा सामूहिक विवाह सम्मेलन सबसे बढ़िया प्लेटफार्म है।
– विजय हरितवाल, प्रदेशाध्यक्ष, गौड़ ब्राह्मण महासभा, राजस्थान