क्या बोलीं डिप्टी CM दीया कुमारी?
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के मीडिया में छपे लेख पर राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने लेख में जो लिखा है, मैं उसकी कड़ी निंदा करती हूं। दीया कुमारी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘उन्होंने लिखा है कि पूर्व राजपरिवारों ने रिश्वत ली और उनकी आलोचना की।’ इससे ऐसा लगता है कि उन्हें इतिहास का कोई ज्ञान नहीं है। उन्हें पहले ज्ञान इकट्ठा करना चाहिए। वे सांसद हैं। ऐसा करने से पहले उन्हें सारे तथ्य इकट्ठा करने चाहिए थे। उन्होंने ऐसा नहीं किया। दीया कुमारी ने कहा कि पूर्व राजपरिवारों के योगदान को सभी जानते हैं। जब भारत का एकीकरण हुआ था, तब भी उन्होंने बहुत बड़ा योगदान दिया था। जब सरदार वल्लभभाई पटेल के आह्वान पर भारत का एकीकरण हुआ था, तब सभी पूर्व राजपरिवारों ने आगे आकर कहा था कि वे मिलकर नया भारत बनाएंगे। मुझे लगता है कि राहुल गांधी को या तो यह पता नहीं है या फिर वे जानबूझकर पूर्व राजपरिवारों की छवि खराब करना चाहते हैं।
दीया कुमारी ने कहा कि वे समाज को बांटना चाहते हैं, यह उनकी आदत रही है। उनकी पार्टी ने हमेशा समाज, जातियों को बांटा है। यह उसी का एक और उदाहरण है। मैं इसकी कड़ी निंदा करती हूं। उन्हें पहले इतिहास का ज्ञान इकट्ठा करना चाहिए, तथ्य जानने चाहिए और फिर इस तरह की ओछी टिप्पणी करनी चाहिए।
राजेन्द्र राठौड़ ने भी साधा निशाना
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अपने इस लेख में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा राजा महाराजाओं को रिश्वत देकर, डरा धमकाकर देश पर शासन करने की बात कही है जो इतिहास का अपमान है।
राहुल जी, हमारे राजा महाराजाओं ने विदेशी ताकत के सामने कभी अपने आत्म-सम्मान और देश की अस्मिता से समझौता नहीं किया था। मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप, राणा सांगा, वीर दुर्गादास और बाबू वीर कुंवर सिंह जैसे महान योद्धाओं ने तो अपना सर्वस्व बलिदान किया था। हमारे देश में जितने भी राजा महाराजा हुए हैं सब पराक्रमी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी की अगर वास्तविक तुलना कहीं हो सकती है तो कांग्रेस से हो सकती है। लेखक विलियम डेलरिम्पल ने अपनी चर्चित किताब ” द एनार्की ” में ईस्ट इंडिया कंपनी की कांग्रेस के साथ बेहतरीन तुलना की है। डेलरिम्पल ने स्पष्ट लिखा है कि जिस तरह अंधे कॉरपोरेट हित के कारण ईस्ट इंडिया कंपनी खत्म हो गई ठीक वैसे ही 2G और कोयला घोटाले ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया।
राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि देश के गौरवशाली अतीत को तोड़ मरोड़कर पेश करना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी जी को सार्वजनिक रूप से यह बताना चाहिए कि वे किन राजा महाराजाओं का जिक्र कर रहे हैं जिन्होंने रिश्वत ली थी, अन्यथा उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी की इस बात पर मचा बवाल
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बुधवार को छपे कई अखबारों में लेख लिखा है। इसमें उन्होंने लिखा कि, “ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की आवाज अपनी व्यापारिक शक्ति से नहीं बल्कि अपने शिंकजे से कुचली थी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत के राजा- महाराजाओं को डराकर-धमकाकर और उन्हें घूस देकर भारत पर राज किया। उन्होंने यह भी लिखा कि, ईस्ट इंडिया कंपनी खत्म हो गई लेकिन उसने जो डर पैदा किया था, वह फिर से दिखाई देने लगा है। एकाधिकारवादियों की एक नई पीढ़ी ने उसकी जगह ले ली है।:
राहुल गांधी ने इस लेख में यह भी लिखा है कि, “कंपनी ने हमारे अधिक लचीले महाराजाओं और नवाबों के साथ साझेदारी करके, रिश्वत देकर और धमकाकर भारत का गला घोंटा। इसने हमारे बैंकिंग, नौकरशाही और सूचना नेटवर्क को नियंत्रित किया। हमने अपनी आजादी किसी अन्य राष्ट्र से नहीं खोई, हमने इसे एक एकाधिकारवादी निगम से खो दीया जिसने एक जबरदस्ती तंत्र चलाया।”
उल्लेखनीय है कि कि दीया कुमारी के पिता महाराजा भवानी सिंह कांग्रेस पार्टी के नेता थे और जयपुर से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। वहीं, राजस्थान में अभी अलवर राजघराने के पूर्व महराज भंवर जितेंद्र सिंह कांग्रेस के महासचिव है।