राष्ट्र निर्माण में दिया अमूल्य योगदान- CM भजनलाल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ‘भारत के प्रख्यात उद्योगपति एवं समाजसेवी रतन टाटा जी का निधन अत्यंत दुःखद है। टाटा जी का योगदान केवल व्यावसायिक क्षेत्र तक ही सीमित नहीं था। उन्होंने समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने न केवल वैश्विक स्तर पर भारत का नाम रोशन किया, बल्कि देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रभु श्री राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान व शोकाकुल परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करे।’
हम सबको गर्व करने के बहुत मौके दिए- गहलोत
वहीं, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने रतन टाटा के निधन पर पोस्ट कर लिखा कि ‘उद्योगपति रतन टाटा का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। श्री रतन टाटा ने अपने कारोबार में हमेशा भारत देश को प्राथमिकता देकर हम सबको गर्व करने के बहुत से मौके दिए। वो अपने परोपकारी कार्यों के लिए भी प्रसिद्ध थे। ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व को मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।’ टाटा ने अमिट छाप छोड़ी- पायलट
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी टाटा के निधन पर लिखा ‘उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में टाटा समूह एक अग्रणी व्यावसायिक इकाई बन गया और कई मानवीय कारणों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी विरासत पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी और मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले।
ये नाम चर्चाओं में शामिल
रतन टाटा के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि लिआ, माया और नेविल 3800 करोड़ के साम्राज्य के उत्तराधिकारी हो सकते है। रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने की दूसरी शादी सिमोन के साथ हुई थी। उनके बेटे नोएल टाटा, रतन टाटा के सौतेले भाई हैं। नोएल टाटा के तीन बच्चे माया, नोविल और लीह हैं। संभावना है कि इनमें से ही एक रतन टाटा के उत्तराधिकारी हो सकता है।