इस तरह होगा पानी का रूट
बांरा के महलपुर और रामगढ़ में बैराज बनेगा। यहां से पानी निर्माणाधीन नवनेरा बैराज (कोटा) में पहुंचेगा। यहां बूंदी में इन्द्रगढ़ की पहाड़ी इलाके से होते हुए चाकन बांध में पानी पहुंचाएंगे। इस बांध से टोंक के कुम्हारिया बांध और गलवा बांध तक पानी लाएंगे। यहां से ईसरदा बांध और बीसलपुर बांध में पानी पहुंचेगा। साथ ही चम्बल नदी पर को भी पाइपलाइन के जरिए पार कराया जाएगा। इसमें से जयपुर, अजमेर, टोंक के अलावा बारां, कोटा, बूंदी और दौसा जिले में भी पेयजल और सिंचाई की समस्या दूर होगी।
अभी यहां चल रहा काम
-नवनेरा बांध पर बैराज का निर्माण कार्य चल रहा है। इस पर 600 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
-ईसरदा बांध पर काम, जिस पर 400 करोड़ रुपए का खर्चा।
-बारां पार्वती नदी पर रामगढ़ गांव क्षेत्र और महलपुर में बैराज बनेगा।
-नवनेरा-गलवा-बीसलपुर-ईसरदा को लिंक किया जाएगा।
13.55 टीएमसी पानी मिलेगा
1. बीसलपुर बांध में 7.71 टीएमसी पानी
2. ईसरदा बांध में 5.84 टीएमसी पानी
(अभी यह बारिश का पानी ओवरफ्लो होकर मध्यप्रदेश की तरफ बह रहा है)
केन्द्र की बेरुखी के बाद काम