रस्मों को कर रहे कम समय में पूरा:
ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि फुलेरा दोज को विवाह करना खास है। भगवान कृष्ण का इस दिन से खास महत्व है। विवाह मुहूर्त में मार्च में सबसे कम दो सावे हैं। बीते साल के मुकाबले अब महज दो दिन में ही सभी रस्मों को पूरा करने के लिए मुहूर्त भी निकलवाए गए हैं। ताकि समय की बचत हो सके। इनमें हल्दी, मेंहदी, सगाई, भात मुख्य है।
प्रेरणादायक पहल, दूल्हों ने टीके में मिली एक-एक लाख रुपए की राशि लौटाई
फुलेरा दोज का अबूझ सावा:
ऑल वैडिंग इंडस्ट्रीज फेडरेशन राजस्थान के महामंत्री भवानीशंकर माली के मुताबिक महीनेभर में जयपुर जिले में 50 हजार से अधिक शादियां हाेंगी। इसमें 21 फरवरी को अबूझ सावा फुलेरा दोज का रहेगा। वेस्टर्न थीम को सबसे ज्यादा तवज्जो दे रही है। पहनावे, खानपान, डेकोरेशन का इस थीम पर ध्यान दिया जा रहा है। बाजार में भी खरीदारी परवान पर है।