जयपुर की डॉ. अंजू शर्मा ने बताया कि साउंड हीलिंग थेरेपी (sound healing therapy) देश की पांच हजार से भी पुरानी चिकित्सा पद्धति है। इसमें साउंड यानी आवाज थेरेपी मतलब आवाज के माध्यम से हीलिंग या शांति का अनुभव करना। उन्होंने बताया कि यह तकनीक वाइब्रेशन और फ्रीक्वेंसी पर काम करती है। शरीर के सेल्स में ये वाइब्रेशन पहुंचती हैं और उन समस्याओं को दूर करती हैं, जिससे हम परेशान हैं।
अलग-अलग साउंड्स के इस्तेमाल से थेरेपी
इस थेरेपी में साउंड बाउल के साथ दूसरे साउंड्स का भी इस्तेमाल किया जाता है, जिससे व्यक्ति में मौजूद नेगेटिव एनर्जी के अलावा दूसरी प्रॉब्लम्स को भी ठीक किया जा सके। इसमें आत्मि शांति के लिए ओम् साउंड, नेगेटिव एनर्जी को खत्म करने और घर का वातावरण शुद्ध करने के लिए विंड चाइम साउंड, योगा, मेटिडेशन शुरू करने और खत्म करते वक्त सिंगिंग बाउल साउंड, दिमागी और शारीरिक शांति के लिए तिशंगा साउंड व मन में चेतना जाग्रत करने के लिए डोर्जे मेडिटेशन बेल साउंड का इस्तेमाल किया जाता है। डॉ. अंजू ने बताया कि हमने एशिया का पहला म्यूजिकल हीलिंग बैंड बनाया। जगह-जगह कंसर्ट करते हैं, जहां लोगों को म्यूजिकल हीलिंग से ठीक करते हैं। बैंड में 11 मेंबर हैं, जो अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट पर काम करते हैं।