टोल मैनेजर महेश मीणा और रेवेन्यू मैनेजर अजयकुमार व्यास ने बताया कि एनएचएआई के निर्देशानुसार फर्जी आई कार्ड से टोल पार करने की कोशिश करने वाले वाहन चालकों के करीब 50 आई कार्ड जब्त किए गए हैं। इनमें 20 से ज्यादा तो पुलिस विभाग से संबंधित हैं। इनके अलावा कई गृह मंत्रालय, भारत सरकार लिखे हुए हैं।
उन्होंने बताया कि टोलप्लाजा पर आए दिन वाहन चालक स्कैन किए हुए फर्जी आई कार्ड लेकर आते हैं और टोल पार करने की कोशिश करते हैं, जहां उनसे टोल वसूल करने के बाद छोड़ देते हैं, लेकिन मंगलवार को अभियान चलाते हुए फर्जी स्कैन किए हुए आई कार्डों को जब्त कर लिया गया।
टोलकर्मियों ने बताया कि वाहन चालक पुलिस के किसी भी उच्च अधिकारी, आईपीएस तक के कार्ड, एक जने ने तो विधानसभा का सदस्य का ही वाहन प्रवेश पत्र ले आया। उससे टोल पर करना चाह रहा था। वहीं कुछ चालक भारत सरकार और राजस्थान सरकार का आई कार्ड लेकर आए।
एक पुलिसकर्मी सीताराम पुत्र रतनलाल के नाम से तो तीन-तीन फर्जी आई कार्ड पकड़े गए हैं। टोल कर्मियों ने सभी फर्जी कार्डों को जब्त कर लिया। टोलकर्मियों ने बताया कि फर्जी आई कार्डों से रोजाना वाहन चालक हजारों रुपए की चपत लगा रहे थे, जिससे टोल को काफी राजस्व का नुकसान हो रहा था।
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मामला दर्ज नहीं करवा रहे
खास बात ये है कि टोलप्लाजा पर पूर्व में भी फर्जी आईडी कार्ड जब्त किए गए थे, लेकिन टोल प्रबंधन आरोपी चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बजाय उनसे टोल वसूल जाने देते हैं, जिससे उनके हौसले बुलंद रहते हैं।